Cough Syrup Case: Cough Syrup Case: सीएम मोहन यादव गुरुवार को नागपुर एम्स पहुंचे, उन्होंने यहां कफ सिरप पीने से बीमार हुए बच्चों से मुलाकात की. डॉक्टर्स से बच्चों के स्वास्थ्य संबंधी जानकारी ली. मुख्यमंत्री बीमार बच्चों के परिजनों से भी मिले. उन्होंने पीड़ित परिवारों को हरसंभव मदद करने का आश्वासन भी दिया. मीडिया से बात करते हुए सीएम ने कहा कि लापरवाही बरतने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
‘दोषी कोई भी हो, हम उसे छोड़ने वाले नहीं हैं’
इसके पहले, कफ सिरप से बच्चों की मौत के मामले पर सीएम मोहन यादव ने कहा, “इसके खिलाफ हमने तुरंत SIT का गठन किया था. आज मुझे जानकारी मिली है की हमारी पुलिस ने तमिलनाडु में उस दवा का निर्माण करने वाले को दबोचा है. दोषी कोई भी हो हमारी सरकार उसे छोड़ेगी नहीं, जहां से मिलेगा उसे पकड़कर लाया जाएगा और उस पर कठोर कार्रवाई होगी. ऐसे किसी भी काम को हम बर्दाश्त नहीं करने वाले हैं. कहीं भी व्यवस्था में कोई कमी पाई जाएगी तो हमारी सरकार इसी तरह से कठोर कार्रवाई करेगी. दोषी कोई भी हो, हम उसे छोड़ने वाले नहीं हैं.”
अब तक 22 बच्चों की मौत
एमपी में ‘कोल्ड्रिफ’ कफ सिरप से अब तक 22 बच्चों की मौत हो चुकी है. पीड़ित बच्चे छिंदवाड़ा, बैतूल और पांढुर्णा से हैं. राज्य सरकार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए 3 कफ सिरप पर बैन लगा दिया है. चार बच्चों का अभी भी नागपुर एम्स में इलाज चल रहा है. सरकार ने एक टीम नागपुर में तैनात की है जो पीड़ित परिवारों को मदद करेगी. उन्हें हरसंभव मदद पहुंचाएगी. इसके साथ सरकार ने पीड़ित परिवारों के लिए 4-4 लाख रुपये की मदद की घोषणा की है.
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आरोपी मालिक चेन्नई से गिरफ्तार
‘कोल्ड्रिफ’ कफ सिरप का निर्माण तमिलनाडु के कांचीपुरम में श्रेसन फार्मास्यूटिकल्स द्वारा किया जाता है. मामला सामने आने के बाद से कंपनी का मालिक जी रंगनाथन फरार था. मध्य प्रदेश स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने गुरुवार को आरोपी रंगनाथन को चेन्नई के कोदाबक्कम स्थित घर से गिरफ्तार किया. चेन्नई के अशोक नगर पुलिस ने मिलकर कार्रवाई को अंजाम दिया. भारतीय न्याय संहिता के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की कार्रवाई जारी है. ट्रांजिट रिमांड पर पुलिस आरोपी को मध्य प्रदेश लाने की तैयारी कर रही है.
