MP News: मध्य प्रदेश की प्रसिद्ध चित्रकार जोधइया बाई बैगा (Jodhaiya Bai Baiga) का रविवार यानी 15 दिसंबर की शाम निधन हो गया. उनकी उम्र 86 साल थी. जोधइया काफी लंबे समय से बीमार चल रही थीं. उमरिया के लोधा गांव में उनका देहावसान हुआ. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जोधइया के निधन पर दुख जताया है.
जनजातीय संस्कृति की पहचान देश-विदेश में बनाई- सीएम
सीएम डॉ मोहन यादव ने सोशल मीडिया साइट एक्स (X) पर पोस्ट करते हुए लिखा कि उमरिया जिले के ग्राम लोधा से सुप्रसिद्ध बैगा चित्रकार पद्म श्री जोधइया बाई के निधन का समाचार अत्यंत दुखद है.
आज मध्य प्रदेश के साथ देश ने भी एक ऐसी कलाकार को खो दिया, जिन्होंने पूरा जीवन जनजातीय संस्कृति, कला व परंपराओं पर आधारित चित्रकला को देश-विदेश में एक पहचान दिलाई. जनजातीय चित्रकला और समर्पण के माध्यम से आप सदैव याद की जाएंगी. बाबा महाकाल से दिवंगत की पुण्यात्मा को शांति प्रदान करने और परिजनों व प्रशंसकों को अपार दुख सहन करने की प्रार्थना करता हूं.
पद्मश्री सम्मानित किया गया
चित्रकार जोधइया बैगा को साल 2023 में भारत के चौथे सर्वोच्च सम्मान पद्मश्री से सम्मानित किया गया. इससे पहले साल 2022 में नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. इसके साथ ही उन्हें कई सारे पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है.
देश और विदेश में चित्रों की प्रदर्शनी लगाई गई
भारत के अलग-अलग शहरों में जोधइया बाई के चित्रों की प्रदर्शनी लगाई गई. इसके अलावा इटली, फ्रांस में भी प्रदर्शनियों का आयोजन किया गया.
67 साल की उम्र में शुरू किया सीखना
पति की मृत्यु के बाद चित्रकला सीखना शुरू किया. शुरूआत में मिट्टी के फर्श में रंगोली से कलाकृति बनाया करती थीं. इसके बाद उन्होंने कैनवास और हैंडमेड पेपर पर चित्रकारी करना शुरू किया.