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MP News: मध्य प्रदेश में खाद्यान्न भंडारण होगा फुल-प्रूफ, खाद्य मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने तीन हाईटेक एप लॉन्च किए

Food grain storage in Madhya Pradesh to be fool-proof, Food Minister Govind Singh Rajput launches three hi-tech apps

खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने तीन एप लॉन्च की

MP News: मध्य प्रदेश के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने शुक्रवार को ग्वालियर से अनाज गोदामों की निगरानी को आधुनिक, सटीक और पूर्णतः पारदर्शी बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए तीन महत्वपूर्ण मोबाइल ऐप निरीक्षण, नमी मापक और फ्यूमिगेशन ऐप का शुभारंभ किया. इन ऐप्स के माध्यम से खाद्यान्न भंडारण प्रणाली में तकनीक आधारित मॉनिटरिंग लागू होगी, जिससे गड़बड़ियों पर स्वतः अंकुश लगेगा और नागरिकों को बेहतर गुणवत्ता का अनाज उपलब्ध कराने में सहायता मिलेगी.

‘गोदाम प्रबंधन में शत-प्रतिशत पारदर्शिता लाई जाए’

खाद्य मंत्री गोविंद सिंह राजपूत का संकल्प है कि पारदर्शिता, गुणवत्ता और जवाबदेही से कोई समझौता नहीं किया जाएगा. ऐप लॉन्च करते हुए खाद्य मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य है कि खाद्यान्न की गुणवत्ता को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए गोदाम प्रबंधन में शत-प्रतिशत पारदर्शिता लाई जाए. अब निरीक्षण से लेकर नमी मापन और फ्यूमिगेशन की हर प्रक्रिया डिजिटल ट्रैकिंग में होगी. इससे न केवल भ्रष्टाचार पर रोक लगेगी बल्कि जनता को बेहतर गुणवत्ता का खाद्यान्न उपलब्ध कराना भी सुनिश्चित होगा.

इन ऐप से होगी मॉनिटरिंग

निरीक्षण ऐप:

खाद्य मंत्री राजपूत ने बताया कि इस ऐप से रियल-टाइम निगरानी होगी. यह ऐप गोदामों के भौतिक निरीक्षण को पूरी तरह रियल-टाइम और लोकेशन-बेस्ड बना देगा. निरीक्षण का रोस्टर भोपाल मुख्यालय से तैयार होगा. इसके अलावा एक ब्रांच के गोदाम का निरीक्षण दूसरी ब्रांच के प्रबंधक द्वारा किया जाएगा, जिससे क्रॉस वेरिफिकेशन सुनिश्चित होगा. अधिकारी को गोदाम पर फिजिकली मौजूद रहने पर ही निरीक्षण भरने और फोटो अपलोड करने की अनुमति होगी. यदि निरीक्षक 100 मीटर से अधिक दूरी पर है, तो ऐप निरीक्षण स्वीकार ही नहीं करेगा. खाद्य मंत्री ने कहा कि सभी जानकारी रियल-टाइम पोर्टल पर दर्ज होगी, जिससे पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ेगी.

नमी मापक ऐप :

खाद्य मंत्री राजपूत ने बताया कि डिजिटल मॉइस्चर मीटर से हर माह सटीक रिपोर्टिंग होगी. उन्होंने कहा कि अब तक नमी मापन की प्रक्रिया मैनुअल थी, लेकिन नए ऐप से यह कार्य पूर्णतः डिजिटल और सटीक हो जाएगा. डिजिटल मॉइस्चर मीटर से स्टैक की ऊपरी, मध्य और निचली परत से नमी मापी जाएगी. मापन के बाद ऐप से निकली डिजिटल पर्ची का फोटो अपलोड करना अनिवार्य होगा. हर गोदाम की नमी रिपोर्ट प्रतिमाह रियल-टाइम में उपलब्ध होगी. गोविंद सिंह राजपूत ने बताया कि जिला प्रबंधक अब सीधे भारतीय खाद्य निगम को नमी के डेटा भेज सकेंगे. यह सुधार भंडारित अनाज की गुणवत्ता बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.

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फ्यूमिगेशन ऐप :

खाद्य मंत्री ने बताया कि दवा छिड़काव की पूरी प्रक्रिया अब डिजिटल रिकॉर्ड में रहेगी. फ्यूमिगेशन प्रक्रिया अब कागजी न होकर डिजिटल रूप से रिकॉर्ड होगी. दवाओं का छिड़काव ब्रांच मैनेजर द्वारा अधिकृत प्रतिनिधि की मौजूदगी में होगा. खाद्य मंत्री ने कहा कि खाद्यान्न को कवर करने से लेकर कवर हटाने तक की पूरी फोटो प्रक्रिया ऐप में अपलोड करनी होगी. दवाओं का छिड़काव सफल रहा या नहीं, यह जानकारी भी ऐप में दर्ज करनी होगी. जब तक फ्यूमिगेशन सफल न हो जाए, तब तक स्टॉक इश्यू नहीं हो सकेगा. खाद्य मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने बताया कि यह कदम अनाज की सुरक्षा, गुणवत्ता और उपभोक्ता स्वास्थ्य के लिहाज से अत्यंत महत्वपूर्ण है.

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