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Bhopal समेत 3 शहरों में छापेमारी का मामला, IT को पूर्व सीएस इकबाल सिंह बैंस जुड़े दस्तावेज मिले, जमीन खरीदी के कागजात बरामद

Former CS Iqbal Singh Bains' name surfaced in the raid conducted in Bhopal

भोपाल में हुई छापेमारी में पूर्व सीएस इकबाल सिंह बैंस का नाम आया सामने

Bhopal News: राजधानी भोपाल (Bhopal) में बुधवार यानी 18 दिसंबर को आयकर विभाग (Income Tax Department) की टीम ने शहर के तीन बिल्डरों के ठिकानों पर छापेमारी (Raid) की. त्रिशूल कंस्ट्रक्शन के ठिकानों पर भी छापेमारी की गई. इन छापेमारी में पूर्व मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस का नाम सामने आ रहा है.

जमीन खरीद-फरोख्त के दस्तावेज बरामद

18 दिसंबर को त्रिशूल कंस्ट्रक्शन के राजेश शर्मा के ठिकानों पर छापेमारी की गई. इस छापेमारी में मेंडोरा, मेंडोरी और आसपास के इलाके में जमीन खरीदी के दस्तावेज मिले हैं. इसमें पूर्व सीएस इकबाल सिंह बैंस और पत्नी हरकीरत सिंह बैंस के नाम पर जमीन खरीदी के दस्तावेज आयकर विभाग को मिले हैं.

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जमीन की यह खरीदी राजेश शर्मा के सहयोगियों के मदद से की गई थी. सूत्रों के मुताबिक शहर के बीलखेड़ा और आस-पास के इलाकों में इनके नाम पर अलग-अलग संपत्ति मिलने की जांच की जा रही है.

भोपाल समेत कई शहरों के 52 ठिकानों पर छापेमारी

भोपाल के अलावा इंदौर और ग्वालियर में छापेमारी की गई. त्रिशूल कंस्ट्रक्शन, क्वालिटी ग्रुप और ईशान ग्रुप के ठिकानों पर छापेमारी की गई थी. तीनों शहरों के 52 ठिकानों पर छापेमारी की गई. इस छापेमारी में 10 करोड़ से ज्यादा का कैश, 25 लॉकर और गोल्ड की बरामदगी की गई.

हेमंत कटारे ने लगाए थे आरोप

विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने आरोप लगाते हुए कहा कि किस तरह नेता और अफसर से गठजोड़कर से बिल्डर राजेश शर्मा नियमों की धज्जियां उड़ाकर जमीन का खेल, खेल रहे थे. इस मामले में जिस तरह सेंटर प्रोजेक्ट का नाम बार-बार आ रहा है. उसकी कहानी अजब है.

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कटारे ने कहा कि भोपाल के बिल्डर कुणाल अग्रवाल ने बड़े तालाब के पास ग्राम सेवनिया गोंड सेंटर पार्क प्रोजेक्ट बनाया. यह प्रोजेक्ट वन विहार और बड़े तालाब के पास होने के कारण इस प्रोजेक्ट को परमिशन नहीं मिलनी थी. मगर जिस प्रकार से खेल रचा गया उससे लग रहा है कि कुणाल अग्रवाल ने परमिशन के लिए राजेश शर्मा की मदद ली क्योंकि इस सेंटर पार्क में राजेश शर्मा के 20 प्लॉट बताए जा रहे हैं.

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