Umang Singhar Defamation Case: मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री गोविंद सिंह राजपूत (Govind Singh Rajput) ने नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार (Umang Singhar) को 20 करोड़ रुपये का मानहानि (Defamation) का नोटिस भेजा है. कैबिनेट मंत्री ने ये नोटिस छवि धूमिल करने के लिए दिया है. परिवहन घोटाले के मामले में सिंघार ने मंत्री की संलिप्तता को लेकर आरोप लगाए थे.
क्या है पूरा मामला?
कुछ दिनों पहले मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके परिवहन घोटाला मामले में गोविंद सिंह राजपूत की संलिप्तता का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि साल 2019 से 2024 के बीच गोविंद सिंह राजपूत ने कई जमीन खरीदी थीं. पत्नी और बच्चों के नाम पर 400 करोड़ रुपये की संपत्ति खरीदी गई. इसके साथ ही उन्होंने कहा कहा था कि लगभग 200 करोड़ रुपये की संपत्ति रिश्तेदारी के नाम पर खरीदी गई.
मंत्री ने आरोपों को बताया था निराधार
कैबिनेट मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने आरोपों को निराधार बताया था. उन्होंने इस मामले में अब मंत्री ने उमंग सिंघार को 20 करोड़ रुपये का मानहानि का नोटिस दिया है. उमंग सिंघार को 15 दिनों में नोटिस का जवाब देना होगा.
‘ना डरे हैं, ना डरेंगे’
मानहानि के नोटिस का जवाब देते हुए उमंग सिंघार ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट किया कि नोटिस का जवाब भी देंगे और कोर्ट भी जाएंगे. न डरे हैं, न डरेंगे.
ये भी पढ़ें: नशे में धुत युवक-युवतियों के बीच जमकर चले लात-घूंसे, सोशल मीडिया पर वीडियो हो रहा वायरल
क्या है परिवहन घोटाला?
परिवहन विभाग में पूर्व आरक्षक रहा सौरभ शर्मा को ईडी ने गिरफ्तार किया था. जिसके पास से करोड़ों रुपये की संपत्ति मिली थी. वहीं भोपाल के मेंडोरी के जंगल से एक लावारिस कार मिली थी. जिसमें 52 किलो सोना और करोड़ों रुपये मिले थे. इसके साथ ही एक डायरी मिली थी जिसमें आरटीओ अधिकारियों की लिस्ट थी. जिसमें पैसे की वसूली की बात लिखी हुई थी. इसी मामले में उमंग सिंघार ने गोविंद सिंह राजपूत पर आरोप लगाया था.
