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तानसेन समारोह के पहले दिन कलाकारों ने बांधा समा, Gwalior किले में 536 कलाकारों ने एक साथ प्रस्तुति देकर बनाया ‘गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड’

Guinness Book of World Record made in Tansen Festival

ग्वालियर: तानसेन संगीत समारोह में बना 'गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड'

MP News: ग्वालियर (Gwalior) में तानसेन संगीत समारोह (Tansen Music Festival) के शताब्दी वर्ष के मौके पर एक बार फिर से ऐतिहासिक किले पर नया एक रिकॉर्ड बनाया गया है. इस बार भारतीय और वेस्टर्न इंस्ट्रूमेंट के साथ भारतीय शास्त्रीय संगीत (Classical Music) का गायन और वादन कर कलाकारों ने गिनीज वर्ल्ड ऑफ रिकॉर्ड (Guinness Book World Record) में अपना नाम दर्ज कर लिया है. पंडित रानू मजूमदार की संगीत सम्राट तानसेन के रागों पर आधारित बनाई धुन को कलाकारों ने लयबद्ध किया. इस मौके पर प्राचीन काल के वाद्य यंत्रों के अलावा आधुनिक संगीत के उपकरण भी इस्तेमाल किए गए. यह मेल जोल बेहद आकर्षक रहा.

दूसरी बार बना गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड

ग्वालियर के ऐतिहासिक किले के कर्ण महल में आयोजित संगीत कार्यक्रम के दौरान यह रिकॉर्ड बनाया गया. यह दूसरा मौका है, जब ग्वालियर में तानसेन समारोह के मौके पर गिनीज वर्ल्ड ऑफ रिकॉर्ड बना है. इससे पहले तबला वादन में ग्वालियर में इसी जगह पर एक साथ डेढ़ हजार कलाकारों ने प्रस्तुतियां देकर गिनीज वर्ल्ड ऑफ रिकॉर्ड बनाया था.

रविवार यानी 15 दिसंबर की शाम भी देशभर से आए कलाकारों ने वायलिन, हारमोनियम, बांसुरी, तबला, सितार सहित डिफरेंट वाद्य यंत्रों पर एक साथ वृहद शास्त्रीय बैंड की समवेत प्रस्तुति देकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करा लिया. इस आयोजन में एक साथ 536 कलाकारों ने हिस्सा लिया. गुजरात, सिक्किम और छत्तीसगढ़ के कलाकार भी इस विशेष प्रस्तुति में सहभागी बने.

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संगीत से ग्वालियर का गहरा नाता- सीएम

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस मौके पर अपनी खुशी जाहिर करते हुए सभी को गिनीज वर्ल्ड ऑफ रिकॉर्ड बनाने पर शुभकामनाएं दी है. मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि ग्वालियर का संगीत से गहरा नाता प्राचीन काल से ही रहा है. उन्होंने कहा कि एक साथ इतने कलाकारों की अलग-अलग वाद्य यंत्रों पर प्रस्तुति कमाल की थी. वहीं कलाकार रानू मजूमदार ने कहा कि उन्होंने संगीत सम्राट तानसेन के तीन रागों को मिलाकर एक धुन बनाई थी. इसके ऊपर यह प्रस्तुति पेश की गई यह उनके लिए गौरव की बात है. वही सिक्किम और अहमदाबाद से आए कलाकारों ने भी इस कार्यक्रम में अपने को सहभागी बताते हुए खुद को भाग्यशाली बताएं कि वह इतने बड़े कार्यक्रम का हिस्सा बने.

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