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Operation Sindoor: देश के लिए ग्वालियर एयरबेस क्यों है इतना अहम?, ‘ऑपरेशन बंदर’ जैसे अहम मिशन को दिया जा चुका है अंजाम

Gwalior is the most important airbase of India, from here Operation Bandar was carried out

भारत का सबसे अहम एयरबेस है ग्वालियर, यहीं से 'ऑपरेशन बंदर' को अंजाम दिया गया था

Operation Sindoor: मंगलवार देर रात भारतीय सेना ने पाकिस्तान (Pakistan) और पाक अधिकृत कश्मीर (PoJK) के 9 आतंकी ठिकानों पर हमला किया. राफेल फाइटर जेट्स (Rafale Fighter Jet) से स्कैप मिसाइल (Scaple Missile)और हैमर बम (Hammer Bomb) दागे गए. इस हमले में आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया गया. बताया जा रहा है कि एयर स्ट्राइक में 100 से ज्यादा की मौत हो चुकी है. इसे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ (Operation Sindoor) नाम दिया गया. देश के 21 एयरपोर्ट्स को बंद कर दिया गया है. मध्य प्रदेश में भी इसका असर देखने को मिल रहा है. ग्वालियर एयरबेस (Gwalior Airbase) को हाई अलर्ट मोड पर रखा गया है. एयरबेस पर लड़ाकू विमानों को तैनात किया गया है.

ग्वालियर एयरपोर्ट अस्थायी रूप से बंद

केंद्र सरकार ने अहम निर्णय लेते हुए ग्वालियर एयरपोर्ट को अस्थायी तौर पर बंद कर दिया है. एयरपोर्ट्स से संचालित होने वाली सभी घरेलू उड़ानों को रद्द कर दिया गया है. एयरपोर्ट स्टाफ और एयरलाइंस कंपनी के स्टाफ को हवाई अड्डा परिसर में जाने की इजाजत नहीं है. CISF ने इसे पूरी तरह अपने नियंत्रण में ले लिया है.

फाइटर जेट्स को तैनात किया गया

ग्वालियर एयरबेस देश के सबसे अहम वायुसेना बेस में से एक है. एयरबेस को हाई अलर्ट पर कर दिया गया है. लड़ाकू विमानों को तैनात कर दिया गया है. मिसाइल अटैक की रिहर्सल भी की गई है. यहां से पहले भी कई अहम मिशन को अंजाम दिया गया है.

क्यों संवेदनशील है ग्वालियर इतना अहम?

ग्वालियर भारत के प्रमुख शहरों में से एक है. यहां वायु सेना एयरफोर्स स्टेशन है, जहां से कई अहम मिशन को अंजाम दिया जा चुका है. देश का सबसे प्रमुख छावनी भी है. टेकनपुर में BSF का कैंप है. DRDO की प्रमुख अनुसंधान प्रयोगशाला DRDE लैब है. यहां CRPF कैंप है. मध्य प्रदेश के NCC का हेडक्वार्टर भी है. इसके साथ ही कई सारी ऐतिहासिक इमारतें हैं. अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम भी है.

यहां से ‘ऑपरेशन बंदर’ को दिया गया अंजाम

14 फरवरी 2019 को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमला किया गया. इसमें CRPF के 40 जवान शहीद हुए थे. हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी. जिससे पूरे देश में आक्रोश फैल गया था. भारत सरकार ने 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट में एयरस्ट्राइक कर आतंकियों के ट्रेनिंग कैंप को तबाह कर दिया था. इसके लिए तैयारियां 7 दिन पहले कर दी गई थी. इसके लिए ग्वालियर एयरबेस को चुना गया.

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इस मिशन के लिए ग्वालियर एयरबेस से मिराज-2000 जैसे लड़ाकू विमान ने उड़ान भरी थी. 16 विमानों ने तड़के करीब 3:30 बजे पाक सीमा में घुसकर, खैबर पख्तूनख्वा के बालाकोट में करीब 1000 किलो बम गिराए थे. इस पूरे मिशन को ‘ऑपरेशन बंदर’ नाम दिया गया था. इस तरह भारत ने भारत ने पुलवामा आतंकी हमले का बदला लिया था.

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