MP News: मध्य प्रदेश के सीहोर में स्थित VIT यूनिवर्सिटी में छात्रों ने दूषित खाना-पानी को लेकर प्रदर्शन किया था. अब इस मामले में उच्च शिक्षा विभाग ने विश्वविद्यालय प्रबंधन को नोटिस देकर इस बारे में जवाब मांगा है. इसके साथ ही विभाग ने साफ तौर पर कहा है कि तय समय पर जवाब मिलने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी.
जांच समिति की रिपोर्ट पर नोटिस
दरअसल, 25 नवंबर को वीआईटी यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्राओं ने खराब क्वालिटी के खाना और पानी को लेकर जमकर प्रदर्शन किया था. कैंपस में तोड़फोड़ और आगजनी की थी. इस दौरान स्टूडेंट्स से बदसलूकी का वीडियो भी सामने आया था. इस मामले का संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया था. जिसने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि हॉस्टल में मेस की हालत बेहद खराब है. इसके साथ ही खाने और पानी की गुणवत्ता भी सही नहीं है. इस रिपोर्ट के आधार पर ही नोटिस दिया गया है.
यूनिवर्सिटी में किले जैसा माहौल
नोटिस लिखा है कि प्रबंधन द्वारा परिसर को एक किले की तरह रखा गया है. परिसर की चारदीवारी के भीतर प्रबंधन के स्वयं के कानून चलते हैं. किसी को भी उनके संबंध में बात करने, प्रतिक्रिया देने की अनुमति नहीं है. परिसर में किस तरह का तानाशाही रवैया अपनाया जाता है इसका बड़ा उदाहरण यह है कि सीहोर जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को मुख्य प्रवेश द्वार पर दो घंटे तक रोककर रखा गया.
जांच समिति को छात्र-छात्राओं ने बताया कि उन्हें शिकायत करने पर प्रताड़ित होने का खतरा बना रहता है. अनुशासन के नाम पर आई-कार्ड जब्त करना, परीक्षा में शामिल नहीं होने देना, प्रायोगिक परीक्षाओं में कम अंक देना या फेल कर देने की धमकी भी दी जाती है. भोजन व्यवस्था की शिकायत पर सुनवाई नहीं होती तथा कह दिया जाता है कि जो बना है, वही खाना पड़ेगा.
पानी में मिला खतरनाक ई कोलाई बैक्टीरिया
लोक स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग (PHE) ने वीआईटी यूनिवर्सिटी कैंपस के पानी के 18 सैंपल लिए थे. इनमें से चार सैंपल फेल हो गए. नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक परिसर में मौजूद ट्यूबवेल, ग्राउंड टैंक और आरओ सिस्टम में ये ई कोलाई बैक्टीरिया मिला. ये कई गंभीर बीमारियों को जन्म देता है.
