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Gwalior: 15 अक्टूबर को सभी स्कूलों में छुट्टी, आंबेडकर प्रतिमा को लेकर आंदोलन वापस लेने के बाद प्रशासन ने एहतियातन फैसला लिया

A large number of forces have been deployed in Gwalior to stop any kind of movement.

ग्वालियर में किसी भी तरह के आंदोलन को रोकने के लिए भारी संख्या में फोर्स तैनात.

Gwalior school holidays: मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में 15 अक्टूबर को आंबेडकर मूर्ति विवाद को लेकर सभी संगठनों ने आंदोलन वापस लेने का ऐलान कर दिया है. लेकिन आंदोलन को लेकर अभी भी संशय बरकरार है. इसलिए जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है. जिले में 4000 जवान तैनात किए गए हैं. सभी चौराहों पर वाहनों की जांच की जा रही है. हर एक संदिग्ध से पुलिस पूछताछ कर रही है.

15 अक्टूबर को सभी स्कूलों की छुट्टी घोषित

वैसे तो दलित और अन्य संगठनों ने 15 अक्टूबर को अपने आंदोलन को ना करने का ऐलान किया है. लेकिन इसके बावजूद ग्वालियर जिला प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है. आंदोलन की आशंका को देखते हुए जिला प्रशासन ने सभी स्कूलों में 15 अक्टूबर को छुट्टी घोषित कर दी है. इसके साथ ही शहर में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए चार हजार जवानों की तैनाती की गई है. 

CSP हिना खान ने लगाए जय श्रीराम के नारे

ग्वालियर में कोर्ट परिसर में आंबेडकर मूर्ति विवाद के बीच बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष अनिल मिश्रा अपने समर्थकों के साथ सुंदर कांड का पाठ करने जा रहे थे. तभी सीएसपी हिना खान ने उन्हें रोक दिया. इस पर अधिवक्ता अनिल मिश्रा कहने लगे कि आप सनातन विरोधी हैं. साथ ही जय श्रीराम के नारे लगाने लगे. ऐसे में सीएसपी हिना खान भी जय श्रीराम के नारे लगाने लगीं. सीएसपी खान ने अनिल मिश्रा को बताया कि एसडीएम साहब का फैसला इसलिए आप लोगों को रोका जा रहा है.

ग्वालयिर में धारा 163 लागू

ग्वालियर में किसी भी तरह के आंदोलन को रोकने के लिए कलेक्टर ने धारा 163 लगा दी है. किसी भी संगठन को धरना प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं है. इसके बावजूद अगर कोई धरना प्रदर्शन करता है, या सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट डालता है, तो उस पर सीधी कार्रवाई के आदेश जारी कर दिए गए हैं. 

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