Human Trafficking: मध्य प्रदेश में पुलिस ने मानव तस्करी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने 2 आरोपियों प्रदीप जैन और दुर्गा को भोपाल के छोला इलाके से गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने एक छात्रा का 2 लाख 75 हजार रुपये में राजस्थान में सौदा किया था. युवती के गायब होने के बाद से ही पुलिस मामले में जांच कर रही थी. हालांकि युवती को राजस्थान के सीकर जिले से बरामद कर चुकी है. वहीं गिरोह की मास्टर माइंड कुसुम आंटी और नरेंद्र को पहले ही गिरफ्तार करके जेल भेजा जा चुका है. जबकि रोशनी, सुनील समेत गिरोह के कई आरोपी अब भी फरार हैं. जिनकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है.
भोपाल की लड़की को राजस्थान में बेचा
भोपाल के 12 नंबर इलाके की रहने वाली एक छात्रा के लापता होने के बाद घरवालों ने 6 फरवरी को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कवराई थी. लेकिन कुछ दिनों बाद छात्रा ने परिवार वालों को कॉल करके खुद के बेचे जाने की बात बताई. इसके बाद भोपाल पुलिस ने लड़की को राजस्थान के सीकर जिले से लड़की को बरामद किया.
पूछताछ के दौरान लड़की ने अपनी पूरी आपबीती सुनाई. लड़की ने बताया कि वह अपने घरवालों की डांट से नाराज होकर राजस्थान के झालावड़ में अपने एक दोस्त के पास गई थी. इसके बाद वहीं से उसका सौदा कर दिया गया.
कुसुम विश्वकर्मा ने 2 लाख 75 हजार में लड़की को बेचा
पीड़िता ने पुलिस से बताया था कि राजस्थान से उसे भोपाल लाया गया. यहां दुर्गा नाम की एक महिला ने उसे कुसुम विश्वकर्मा नाम की एक अन्य महिला को सौंप दिया. इसके बाद कुसुम ने पीड़िता को 2 महीने तक अपने पास रखा और फिर नरेंद्र नाम के युवक को 2 लाख 75 हजार रुपये में बेच दिया. इतना ही नहीं लड़की की फर्जी तरीके से शादी करवाई गई.
फिलहाल पुलिस ने शुक्रवार को भोपाल से मानव तस्करी गैंग के दो आरोपियों प्रदीप जैन और दुर्गा को गिरफ्तार कर लिया है और अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है.
