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अब सोशल मीडिया बताएगा श्रमिकों को उनके अधिकार, एमपी भवन कर्मकार मंडल की पहल, AI रील्स से मिलेगी सभी जानकारी

In Madhya Pradesh, workers will be informed about their rights through social media.

मध्‍य प्रदेश में सोशल मीडिया से मिलेगी श्रमिकों को उनके अधिकारों की जानकारी

MP News: मध्य प्रदेश श्रम विभाग के अधीन ‘मध्य प्रदेश भवन एवं अन्य निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल’ ने निर्माण श्रमिकों और उनके परिवारों के अधिकारों एवं कल्याण योजनाओं की जानकारी को और अधिक आसान और सुलभ बनाने के लिए एक नई पहल शुरू की है. अब मंडल की सभी महत्वपूर्ण योजनाएं, जानकारियां और अपडेट सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध होंगे. यह जानकारी सरल भाषा में शॉर्ट्स, रील्स और वीडियो के माध्यम से दी जाएगी, ताकि अशिक्षित या कम पढ़े-लिखे श्रमिक भी आसानी से समझ सकें. जानकारी अधिक प्रभावी और रोचक बनाने के लिए AI तकनीक का भी इस्तेमाल किया जाएगा.

मंडल के आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट्स:

इन प्लेटफॉर्म्स से जुड़कर श्रमिक और ठेकेदार अपने अधिकारों, पंजीकरण और विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की सही और समय पर जानकारी प्राप्त कर सकेंगे.

अधिकारों की जानकारी देने की दिशा में अनूठा प्रयास

अब श्रमिक कल्याण से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण योजनाएं, लाभ, पंजीकरण की प्रक्रिया और सहायता से जुड़े अपडेट बिना किसी के बीच में रहे सीधे सोशल मीडिया के जरिए श्रमिकों तक पहुंचेंगे. मंडल का लक्ष्य है कि प्रदेश के हर निर्माण श्रमिक तक सही जानकारी बिना देरी और पूरी पारदर्शिता के साथ पहुंचे.

श्रमेव जयते की दिशा में बड़ा कदम

मंडल के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर प्रदेश सरकार के श्रमिक कानूनों के साथ केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए नए लेबर कोड पर भी फोकस किया जा रहा है. यह पहल प्रदेश के श्रम मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल की दूरदर्शी सोच का परिणाम है. उन्होंने कहा कि निर्माण श्रमिक हमारे विकास की मजबूत नींव हैं और उन्हें समय पर सही जानकारी उपलब्ध कराना सरकार की जिम्मेदारी है. सोशल मीडिया के जुड़ाव से यह काम ज्यादा तेज और सरल होगा. उन्होंने सभी श्रमिक भाइयों-बहनों से अपील की कि आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल को फ़ॉलो करें और योजनाओं का अधिकतम लाभ उठाएं.

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध प्रमुख जानकारियां

मंडल ने सभी निर्माण श्रमिकों, ठेकेदारों और संबंधित हितधारकों से अनुरोध किया है कि वे आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल @mpbocw को फ़ॉलो करें और केवल विश्वसनीय स्रोतों से ही जानकारी प्राप्त करें. साथ ही यह भी कहा गया है कि किसी भी अफवाह या गैर-आधिकारिक सूचना पर भरोसा न करें.

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