Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात कार्यक्रम को संबोधित किया. कार्यक्रम के 124वें एपिसोड में पीएम ने 12 मराठा किलों के साथ-साथ मध्य प्रदेश के ग्वालियर और चंदेरी किले को जिक्र किया. उन्होंने कहा कि ये किले सिर्फ ईंट और पत्थर नहीं हैं, ये हमारी संस्कृति के प्रतीक हैं.
ग्वालियर, चंदेरी…दतिया के किलों का जिक्र
मन की बात कार्यक्रम में पीएम ने संबोधित करते हुए कहा कि देश के किले आक्रमण और मौसम की मार झेलकर भी अडिग रहे. राजस्थान के चित्तौड़गढ़, कुंभलगढ़, आमेर, रणथंभौर और जैसलमेर किले विश्व प्रसिद्ध हैं. कर्नाटक का गुलबर्गा और चित्रदुर्ग किला भी अपनी विशालता से आश्चर्यचकित करते हैं. ये देखकर मन में सवाल उठता है कि उस दौर में इतने भव्य किले कैसे बने होंगे?’
बुन्देलखंड में ऐसे कई किले हैं, ग्वालियर, झांसी, दतिया, अजयगढ़, गढ़कुंडार, चंदेरी।
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) July 27, 2025
ये किले सिर्फ ईंट-पत्थर के नहीं हैं, ये हमारी संस्कृति के प्रतीक हैं। संस्कार और स्वाभिमान, आज भी इन किलों की ऊंची-ऊंची दीवारों से झांकते हैं।
मैं सभी देशवासियों से आग्रह करता हूँ कि इन किलों की… pic.twitter.com/3kDYYYBHUS
उन्होंने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में स्थित कालिंजर किला जिस पर महमूद गजनवी ने कई बार आक्रमण किया, लेकिन हर बार असफल रहा. उन्होंने बुंदेलखंड के ग्वालियर, झांसी, दतिया, अजयगढ़, गढ़कुंडार और चंदेरी किलों की भी चर्चा की.
‘इतिहास को जानें, गौरव महसूस करें’
पीएम नरेंद्र मोदी ने किलों के बारे में कहा कि बुन्देलखंड में ऐसे कई किले हैं, ग्वालियर, झांसी, दतिया, अजयगढ़, गढ़कुंडार, चंदेरी.ये किले सिर्फ ईंट-पत्थर के नहीं हैं, ये हमारी संस्कृति के प्रतीक हैं. संस्कार और स्वाभिमान, आज भी इन किलों की ऊंची-ऊंची दीवारों से झांकते हैं. मैं सभी देशवासियों से आग्रह करता हूं कि इन किलों की यात्रा करें, अपने इतिहास को जानें, गौरव महसूस करें.
भोपाल की एक Team का नाम 'सकारात्मक सोच' है, इसमें 200 महिलाएं हैं। ये सिर्फ सफ़ाई नहीं करती, सोच भी बदलती हैं।
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) July 27, 2025
एक साथ मिलकर शहर के 17 पार्कों की सफ़ाई करना, कपड़े के थैले बाँटना, इनका हर कदम एक संदेश है। ऐसे प्रयासों की वजह से ही भोपाल भी अब स्वच्छ सर्वेक्षण में काफी आगे आ गया… pic.twitter.com/FKH0Otd5nP
भोपाल की तारीफ की
स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर भी प्रधानमंत्री ने चर्चा की, उन्होंने स्वच्छता के क्षेत्र में उत्कृष्ट काम करने वाले शहरों को बधाई दी और शुभकामनाएं दी. भोपाल का जिक्र करते हुए, खूबसूरती की तारीफ की और स्वच्छता की राजधानी बनने के लिए बधाई भी दी. पीएम ने कहा कि भोपाल की एक Team का नाम ‘सकारात्मक सोच’ है, इसमें 200 महिलाएं हैं। ये सिर्फ सफ़ाई नहीं करती, सोच भी बदलती हैं.
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उन्होंने आगे कहा कि एक साथ मिलकर शहर के 17 पार्कों की सफाई करना, कपड़े के थैले बांटना, इनका हर कदम एक संदेश है. ऐसे प्रयासों की वजह से ही भोपाल भी अब स्वच्छ सर्वेक्षण में काफी आगे आ गया है.
