Indore News: मध्य प्रदेश के इंदौर से डॉग बाइट के डरावने मामले सामने आए हैं. डॉग्स, रोजाना 134 लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं. ये आंकड़ा डराने वाला है. दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार हर महीने की बात करें तो ये संख्या 10 हजार पहुंच चुकी है. साल 2023 में ये आंकड़ा लगभग 3 हजार 600 मामले थे यानी हर रोज डॉग्स 120 लोगों को निशाना बना रहे थे.
9 साल में बढ़े 8 हजार नए मामले
इंदौर में डॉग्स बाइट के मामले खतरनाक स्तर पर पहुंच चुके हैं. डॉग्स बाइट के मामले साल दर साल बढ़े हैं. हर साल 20 फीसदी नए मामले सामने आ रहे हैं. इस साल जनवरी से लेकर जुलाई तक की बात करें तो कुत्तों की हमले में घायल लोगों की संख्या 28 हजार 142 रही. साल 2016 यानी 9 साल पहले ये आंकड़ा 20 हजार 455 रहा.
इंदौर का मध्य प्रदेश में तीसरा स्थान
डॉग्स बाइट के मामले में इंदौर पूरे राज्य में तीसरे स्थान पर है. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने नेशनल रेबीज कंट्रोल प्रोग्राम के तहत भारत सरकार ने प्रदेश के 6 बड़े शहरों में सर्वे किया था. इंदौर, भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन और रतलाम में सर्वेक्षण किया गया. इस सर्वे में रतलाम पहले, उज्जैन दूसरे और इंदौर तीसरे पायदान पर रहा. भोपाल में सबसे कम डॉग्स बाइट के मामले दर्ज किए गए.
कैसे समझे रेबीज है या नहीं?
रेबीज एक खतरनाक बीमारी है, जो कुत्तों के काटने से होती है. इसके कुछ लक्षण हैं जिनकी मदद से आसानी से इसकी पहचान की जा सकती है. ये लक्षण हैं, शरीर में तेज दर्द, काटने वाली जगह पर झुनझुनी, बुखार आना, चिड़चिड़ापन, लकवा और लार-आंसू ज्यादा बहना.
कुत्ते के काटने पर क्या करें?
कुत्ते के काटने पर सबसे पहले घाव पानी से साफ करना चाहिए. घाव पर कपड़ा या पट्टी ना बांधे, खुले रहने दें. जल्द से जल्द एंटी रेबीज इंजेक्शन लगवाना चाहिए.
