Indore News: पहलगाम आतंकी हमले (Pahalgam Terror Attack) में मारे गए सुशील नथानियल (Sushil Nathaniel) का ईसाई रीति-रिवाज के साथ अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान रिश्तेदार, दोस्त और परिजन मौजूद रहे. इस अंतिम यात्रा में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, कैबिनेट मंत्री तुलसीराम सिलावट समेत कई नेता भी मौजूद रहे.
चर्च में की गई विशेष प्रार्थना
जम्मू कश्मीर के पहलगाम के बैसारन घाटी में मंगलवार यानी 22 अप्रैल को आंतकियों ने पर्यटकों पर हमला किया. इस कायराना हमले में 28 लोगों की मौत हो गई. इनमें से एक इंदौर के सुशील नथानियल थे. 23 अप्रैल की रात करीब 8.30 बजे सुशील के शव को इंदौर लाया गया था. सीएम मोहन यादव ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी. गुरुवार को सुशील के शव को उनके वीणा नगर स्थित घर पर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया. उनके आवास पर कैबिनेट मंत्री तुलसी सिलावट ने श्रद्धांजलि दी गई.
अंतिम दर्शन के बाद उन्हें नंदा नगर स्थित चर्च ले जाया गया. जहां पादरी ने विशेष प्रार्थना की. इसके बाद उनके शव को जूनी इंदौर स्थित कब्रिस्तान ले जाया गया. जहां उनका ईसाई रीति-रिवाज के साथ उन्हें दफनाया गया. इस दौरान उनकी पत्नी जेनिफर, बेटी आकांक्षा और बेटा ऑस्टन गोल्डी के साथ-साथ परिजन, रिश्तेदार और दोस्त भी मौजूद रहे. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, कैबिनेट मंत्री तुलसीराम सिलावट भी शामिल हुए.
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ताबूत से लिपट कर रोईं पत्नी
जब सुशील नथानियल को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जा रहा था तो उनकी पत्नी जेनिफर ताबूत से लिपटकर रोने लगीं. सुशील की मौत का तीसरा दिन होने के कारण उनका शरीर फूल गया था. इस कारण उनके ताबूत का ढक्कन लग नहीं रहा था.अंतिम यात्रा के दौरान सांकेतिक रूप से लगाया गया.
अलीराजपुर में LIC अफसर थे
सुशील नथानियल मूल रूप से अलीराजपुर के जोबट के रहने वाले थे. अलीराजपुर में बीमा कंपनी LIC में अफसर की पोस्ट पर तैनात थे. वहीं उनकी पत्नी जेनिफर खातीपुरा में सरकारी टीचर हैं और बेटी आकांक्षा गुजरात के सूरत में बैंक में काम करती हैं.
