Vistaar NEWS

Ujjain: भिखारी समझकर सेवाधाम आश्रम छोड़ा, हकीकत जानी तो शॉल-श्रीफल से किया सम्मान, जानें क्या है मामला

Ujjain: Administration honored the elderly

उज्जैन: प्रशासन ने बुजुर्ग का किया सम्मान

Ujjain News: इंदौर जिला प्रशासन (Indore District Administration) शहर को भिखारी मुक्त बनाने के लिए लगातार अभियान चला रहा है. शहर के अलग-अलग इलाकों से भिखारियों को उज्जैन के आश्रमों में भेजा जा रहा है. इसी बीच प्रशासन ने एक ऐसे व्यक्ति को भिखारी समझकर उज्जैन के सेवाधाम आश्रम भेज दिया, जो इंजीनियर निकले. पूरी हकीकत जानने के बाद प्रशासन ने शॉल-श्रीफल से सम्मान करने के बाद माफी मांगी है.

क्या है पूरा मामला?

15 अप्रैल को नगर निगम इंदौर की टीम ने राजबाड़ा एरिया में स्थित लक्ष्मी मंदिर से 72 साल के देवव्रत चौधरी को भिक्षावृत्ति करते हुए पकड़ा था. इसके बाद उन्हें उज्जैन के सेवाधाम आश्रम भेज दिया था. वे करीब एक माह से उज्जैन के सेवाधाम आश्रम में रह रहे थे. उन्हें यहां अच्छा लगा रह था. चौधरी ने मुंबई की बड़ी कंपनी में काम किया था और आज भी उनके खाते में 10 लाख रुपये जमा हैं. इसके साथ ही उन्हें मीसाबंदी की राशि भी मिल रही है.

ये भी पढ़ें: Indore: पहली पत्नी को पाकिस्तान में छोड़ा, फिर दिल्ली में की दूसरी सगाई, पत्नी ने कराची से शिकायत दर्ज कराई

इंदौर प्रशासन ने मानी अपनी गलती

बुधवार यानी 14 मई को मीडिया में खबर आने के बाद इंदौर प्रशासन की टीम ने तत्काल एक गाड़ी उज्जैन के सेवाधाम आश्रम भेजकर बुजुर्ग देवव्रत चौधरी को अपने साथ ले गयी. इससे पहले बुजुर्ग भिक्षुक का आश्रम में सम्मान हुआ. उनको तिलक कर पगड़ी पहनाई गई. शॉल-श्रीफल भेंट कर सम्मान किया गया. इस दौरान आश्रम के संचालक सुधीर भाई गोयल ने देवव्रत चौधरी से बात की तो चौधरी ने माना और कहा कि अब वे कभी भी भिक्षावृति नहीं करेंगे.साथ ही उन्होंने आश्रम के संचालक को धन्यवाद अर्पित करते हुए कहा की मुझे ऐसे आश्रम में आने का मौका मिला.

Exit mobile version