MP News: मध्य प्रदेश में विवादित बयानों की बाढ़-सी आई हुई है. कुछ दिनों पहले मध्य प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री विजय शाह (Vijay Shah) ने कर्नल सोफिया कुरैशी (Sofia Qureshi) पर विवादित बयान दिया था. इसके बाद डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा (Jagdish Devda) के सेना को लेकर दिए बयान को लेकर विवाद की स्थिति थी, जिस पर उन्होंने माफी मांग ली है. शुक्रवार को कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvergiya) ने पार्षदों को डकैत बता दिया.
क्या है पूरा मामला?
शुक्रवार को इंदौर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पार्षदों को डकैत बता दिया. कैबिनेट मंत्री ने पार्षदों की आलोचना करते हुए कहा कि कुछ पार्षद धड़ाधड़ फाइलें लगाकर निगम के खजाने पर डाका डाल रहे हैं. कैलाश विजयवर्गीय ने सुझाव देते हुए कहा कि कॉलोनियों में सड़कों के निर्माण में आधा पैसा जनता से लिया जाये, ताकि लोग खुद ही सड़कों की देखरेख करें. इसके साथ ही उन्होंने अपने पुराने समय को याद करते हुए कहा कि महापौर रहते हुए खुद पार्षदों के साथ लोगों से संपत्ति कर वसूलते थे.
ये भी पढ़ें: Shahdol: देशद्रोही वाले बयान पर बाबा बागेश्वर को कोर्ट का नोटिस, 20 मई को न्यायालय में पेश होना होगा
महापौर को बताया विधायक
इसी कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव को विधायक बता दिया. उन्होंने कहा कि हमारे शहर के लोकप्रिय विधायक, तकनीक वाले विधायक, विजनरी विधायक हैं. जितनी भी नई टेक्नोलॉजी आती है, सबसे पहले पीएम मोदी के पास और फिर इनके पास आती है. ये बात सुनते ही मंच पर बैठे लोग हंसने लगे और खुद महापौर पुष्यमित्र भार्गव खड़े होकर मुस्कराते हुए बोले, ‘मैं महापौर हूं सर!’
