Indore News: मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में डॉक्टरों की लापरवाही की वजह से एक 15 साल की छात्रा की मौत हो गई. छात्रा ने हाल ही में 10वीं बोर्ड परीक्षा पास की थी. वह अपनी मां के साथ नानी से मिलने गई थी. ननिहाल से लौटते वक्त मां और बेटी एक रोड एक्सीडेंट का शिकार हो गए. इस हादसे में लड़की घायल हो गई, जिसे आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया. छात्रा 3 घंटे तक अस्पताल में तड़पती रही लेकिन डॉक्टरों ने सिर्फ इस वजह से उसका इलाज नहीं किया क्योंकि उसके सिर से खून नहीं बह रहा था. बाद में लड़की ने अंदरूनी चोट और इंटरनल ब्लीडिंग के कारण दम तोड़ दिया.
10वीं बोर्ड पास होने की खुशी में नाना-नानी
15 साल की अनुष्का तिवारी ने हाल ही में 10वीं बोर्ड परीक्षा पास की है. फर्स्ट डिवीजन से बोर्ड परीक्षा पास करने की खुशी में अनुष्का अपने नाना-नानी के पास गई थी. वहां से लौटने के दौरान इंदौर के सिक्का स्कूल चौराहे पर तेज रफ्तार वाहन ने अनुष्का और उसकी मां को टक्कर मार दी. इस हादसे के बाद दोनों मां-बेटी को नंदा नगर स्थित तीन मंजिला सरकारी अस्पताल में लेकर जाया गया.
नहीं बहा खून तो नहीं किया इलाज
अनुष्का की मां को खून निकल रहा था जिसकी वजह से अस्पताल वालों ने उनका इलाज शुरू कर दिया, लेकिन अनुष्का के सिर से खून नहीं निकल रहा था इसलिए डॉक्टरों ने उसका इलाज ही नहीं किया. अनुष्का को सांस लेने में काफी दिक्कत हो रही थी इसके बाद भी हॉस्पिटल स्टाफ ने उसे अनदेखा कर दिया.
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इंटरनल ब्लीडिंग की वजह से हुई मौत
जानकारी के मुताबिक अनुष्का 3 घंटे तक अस्पताल में तड़पती रही लेकिन उसे इलाज नहीं मिला. सिर पर अंदरूनी चोट लगने और इंटरनल ब्लीडिंग होने की वजह से अनुष्का की मौत हो गई.
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