Vistaar NEWS

राजा रघुवंशी को हनीमून मनाने जाना था पहलगाम, आतंकी हमले के बाद शिलांग जाने का बनाया था प्लान

Raja Raghuvanshi and wife Sonam Raghuvanshi (file photo)

राजा रघुवंशी और पत्नी सोनम रघुवंशी (फाइल तस्वीर)

Indore News: इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी (Raja Raghuwanshi) का बुधवार को रीजनल पार्क स्थित मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार कर दिया है. उनके शव को 4 जून को ही शिलॉन्ग से इंदौर लाया गया था. उनके अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए. राजा और सोनम रघुवंशी 20 मई को हनीमून मनाने शिलॉन्ग गए थे. दोनों 23 मई से ही लापता थे, 2 जून को राजा रघुवंशी का शव 150 फीट गहरी खाई में मिला था. अब इस मामले में नया खुलासा हुआ है कि कपल हनीमून मनाने पहले जम्मू-कश्मीर के पहलगाम जाने वाला था. जिसे कैंसिल करके शिलॉन्ग गए थे.

आतंकी हमले के बाद बदला प्लान

राजा और सोनम रघुवंशी की शादी 11 मई को हुई थी. दोनों पहले से ही हनीमून की प्लानिंग कर रहे थे. दोनों ने पहले निर्णय लिया था कि वे हनीमून मनाने कश्मीर की वादियों के खूबसूरत नजारे लेने के लिए पहलगाम जाएंगे. इसके बारे में उन्होंने परिवार को बता दिया था. लेकिन 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमला के बाद स्थिति बिगड़ गई. इससे उन्होंने अपना प्लान बदल दिया.

‘परिवार के कहने से बदली प्लानिंग’

ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा के भाई सचिन रघुवंशी ने बताया कि जब वह हनीमून की प्लानिंग कर रहे थे तो जम्मू-कश्मीर जाना ही चाहते थे. लेकिन पहलगाम की आतंकी घटना को लेकर परिवार के सभी लोगों ने उन्हें मना कर दिया था. इसके बाद उन्होंने अचानक सारी प्लानिंग बदल दी थी.

ये भी पढ़ें: ‘तुम्हारे पापा कुत्ते हैं जो दूध पियेंगे?’ रात में दुकान जा रहे युवक के साथ थाना प्रभारी का गाली-गलौज का वीडियो वायरल

ऑनलाइन सर्च करके की थी प्लानिंग

कपल ने मेघालय की राजधानी शिलॉन्ग जाने को लेकर सारी प्लानिंग ऑनलाइन की थी. उन्होंने शिलॉन्ग में कहां-कहां घूमना है, इसको लेकर ऑनलाइन तरीके से ही सर्च किया था. होटल, रेस्टॉरेंट, टूरिस्ट लोकेशन और एकोमोडेशन आदि की प्लानिंग पहले ही कर ली थी. हनीमून पर जाने से पहले पूरा प्लान घरवालों को बताया था.

‘धार्मिक प्रवृत्ति के व्यक्ति थे राजा’

राजा और सोनम गुवाहाटी होते हुए शिलॉन्ग पहुंचे थे. उन्होंने 20 मई को उन्होंने कामाख्या देवी के दर्शन किए थे. राजा के भाई सचिन रघुवंशी ने बताया कि राजा धार्मिक प्रवृत्ति के थे. उन्होंने अभी तक कई ज्योतिर्लिंगों के दर्शन कर लिए थे. वह मां कामाख्या देवी के दर्शन करना चाहता था. उन्होंने कहा कि शादी के बाद पहलगाम में हालत खराब हो जाने के चलते उसने अपनी पत्नी के साथ मां कामाख्या के दर्शन करने के बाद शिलांग समेत आसपास के टूरिस्ट प्लेस पर घूमने का प्लान बनाया था.

Exit mobile version