Vistaar NEWS

इजरायल-ईरान जंग का एमपी में भी असर! ड्राई फ्रूट से लेकर सेंधा नमक तक के दाम बढ़े, चावल व्यापारियों को करोड़ों का नुकसान

Symbolic picture

प्रतीकात्मक तस्वीर

MP News: इजरायल और ईरान के बीच जंग होने से तनाव का माहौल है. इसका असर मध्य प्रदेश में दिखने लगा है. दैनिक इस्तेमाल में काम आने वाली वस्तुओं के दाम बढ़ने लगे हैं. भोपाल किराना व्यापारी महासंघ के महामंत्री एवं कैट के पूर्व प्रवक्ता विवेक साहू ने बताया कि ईरान-इजराइल युद्ध का असर भी धीरे-धीरे होने लगा है. अगर हम बात करें, अपने देश की या फिर अपने शहर भोपाल की तो खाद्य तेल, दाल, ड्राई फ्रूट्स और सेंधा नमक महंगा हो चुका है.

‘डीजल-पेट्रोल के दाम बढ़ने की संभावना’

किराना व्यापारी महासंघ के महामंत्री एवं कैट के पूर्व प्रवक्ता विवेक साहू ने बताया कि आने वाले समय में रसोई गैस, पेट्रोल, डीजल के दाम भी बढ़ने की संभावना है. यदि पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़े तो निश्चित तौर पर माल भाड़ा भी बढ़ेगा. इस कारण से भविष्य में आवश्यक वस्तुओं की कीमतें बढ़ना तय है. उन्होंने आगे कहा कि खाद्य तेलों में यहां 5 रुपये से 6 रुपये किलो तो वहीं दाल में भी 3 रुपये से 4 रुपये किलो तक बढ़ चुके हैं. वहीं बात करें ड्राई फ्रूट्स की तो 40 रुपये से 60 रुपये किलो तक बढ़ चुके हैं.

‘सेंधा नमक का दाम 10 रुपये तक बढ़ा’

विवेक साहू ने बताया कि पाकिस्तान से पहले खास तौर से खजूर और सेंधा नमक आता था, लेकिन पाकिस्तान के लगातार आतंकवादी हमले एवं भारत-पाक युद्ध के बाद यह दोनों वस्तुएं भारत के व्यापारियों ने आयात करना बंद कर दिया था. इसकी जगह ईरान से आने लगा था, लेकिन युद्ध के बाद इनकी सप्लाई भी कम हो गई है. हालांकि अभी बाजार में स्टॉक मौजूद है, फिर भी आने वाले समय में त्यौहार आने वाले हैं. इन त्योहारों में श्रद्धालु व्रत रखते हैं और व्रत में ड्राई फ्रूट एवं सेंधा नमक का उपयोग बहुत अधिक मात्रा में होता है. सेंधा नमक के दाम 10 रुपये प्रति किलो तक बढ़ चुका है.

ये भी पढ़ें: Dewas: एक ही परिवार के 4 लोगों ने खाया जहर, 3 की हुई मौत, बेटे के प्रेम प्रसंग से है कनेक्शन

चावल व्यापारियों को हो रहा करोड़ों का नुकसान

भारत, ईरान को केला, बंगाली चने, चाय के साथ-साथ बासमती चावल का निर्यात करता है. इजरायल-ईरान जंग की वजह से लाखों टन बासमती चावल बंदरगाहों पर एक हफ्ते से अटका हुआ है. ईरान तक सामग्री पहुंचाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. केवल बासमती चावल से ही भारत को 753 मिलियन डॉलर का नुकसान हो रहा है.

Exit mobile version