MP News: मध्य प्रदेश में बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई करते हुए 10 IPS अधिकारियों का ट्रांसफर कर दिया गया. इसमें कटनी एसपी अभिजीत रंजन, दतिया पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र कुमार, चंबल रेंज के आईजी सुशांत कुमार सक्सेना और डीआईजी कुमार सौरभ भी शामिल हैं. मुख्यमंत्री मोहन यादव ने चारों अफसरों को तत्काल हटाने के निर्देश दिए थे. सीएम ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट करते अधिकारियों के खेदजनक व्यवहार का जिक्र किया था.
मुख्यमंत्री ने ट्वीट में क्या लिखा?
सीएम मोहन यादव ने रविवार यानी 1 जून की देर रात सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि कटनी के पुलिस अधीक्षक और दतिया के पुलिस अधीक्षक तथा आईजी, डीआईजी चंबल रेंज द्वारा ऐसा व्यवहार किया गया जो लोकसेवा में खेदजनक है. इस कारण इन्हें तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दिये हैं.
कटनी के पुलिस अधीक्षक और दतिया के पुलिस अधीक्षक तथा आईजी, डीआईजी चंबल रेंज द्वारा ऐसा व्यवहार किया गया जो लोकसेवा में खेदजनक है। इस कारण इन्हें तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दिये हैं ।
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) June 1, 2025
सीएम के ट्वीट के बाद गृह विभाग की ओर से 10 IPS अफसरों की सूची जारी की गई, जिनका तबादला किया गया. जिन अधिकारियों का सीएम ने जिक्र किया था, उन्हें भोपाल स्थित पुलिस मुख्यालय भेज दिया गया है.
तहसीलदार ने मारपीट का आरोप लगाया
अमरपाटन SDOP ख्याति मिश्रा (इससे पहले कटनी की सीएसपी ), उनके पति दमोह शैलेंद्र बिहारी तिवारी और कटनी के एसपी रहे अभिजीत रंजन के बीच विवाद सामने आया है. तहसीलदार ने आरोप लगाया है कि उनकी मां,चाची और सास-ससुर के साथ मारपीट की गई. वहीं ख्याति मिश्रा ने पति पर आरोप लगाते हुए कहा है कि मुझे दासी बनकर रखना चाहते थे, मेरे पति SDM की परीक्षा नहीं पास कर पाए, तब से मुझे परेशान करना प्रताड़ित करना शुरू कर दिए.
CM मोहन यादव की बड़ी कार्रवाई, 2 SP समेत कई अफसर हटाए गए
— Vistaar News (@VistaarNews) June 1, 2025
◆ कटनी और दतिया के SP को हटाने के निर्देश
◆ चंबल रेंज के IG-DIG पर भी गिरी गाज#MadhyaPradesh #CMAction #MohanYadav @DrMohanYadav51 pic.twitter.com/eLbaTLHJIi
क्या है पूरा मामला?
शनिवार यानी 30 मई को कटनी में सरकारी बंगले पर दमोह तहसीलदार शैलेंद्र बिहारी तिवारी अपनी बेटी मिलने अपने परिजनों के साथ पहुंचे थे. परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि परिवार के सदस्यों के बीच बातचीत चल रही थी, तभी वहां पुलिस आई और उन्हें गाड़ी में बैठाकर महिला पुलिस थाने ले गई. इसके साथ ही उन्होंने पुलिस पर मारपीट का आरोप भी लगाया.
CSP की मां सुलोचना मिश्रा और तहसीलदार की चाची अरुणा शर्मा ने मीडिया से बातचीत में कहा है कि हम घर में शांति से बैठकर बातचीत कर रहे थे. अचानक पुलिस आई और बिना कुछ कहे घर में घुसकर मारपीट शुरू कर दी. हमें जबरन थाने ले जाया गया और यहां भी बुरी तरह ट्रीट किया गया.
‘मुझे दासी बनाकर रखना चाहते थे’
एसडीओपी ख्याति मिश्रा ने बताया कि मेरे पिता स्कूल शिक्षक हैं. शैलेंद्र बिहारी तिवारी से साल 2014 में शादी हुई थी. वे मुझसे उम्र में 13 साल बड़े हैं. 2016 में पति, उनके बड़े भाई नीलेश शर्मा और मेरा चयन एक साथ मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा में नायब तहसीलदार, एसडीएम और डीएसपी के पद पर हुआ था. MPPSC में मेरा चयन पहले ही प्रयास में हो गया था.
उन्होंने पति पर आरोप लगाते हुए कहा कि हमेशा से ही प्रताड़ित करते रहे हैं. आवाज उठाती हूं, तो गोली मारने की धमकी देते हैं. मुझे धमकी देते हुए कहते हैं कि मैं नौकरी छोड़कर उनकी दासी बनकर रहूं. वे इस बात से परेशान हैं कि मैं उनसे सीनियर पोस्ट पर हूं.
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‘बर्खास्त करवाने की धमकी देते हैं’
SDOP ने कहा कि ऐसे में उनके साथ कैसे रहूंगी? कोई भी व्यक्ति बैठकर बात करता है, ये सिर्फ मारपीट करते हैं. और चाहते हैं कि मैं कहीं नहीं जाऊं. घर में ही बैठी रहूं, किसी से बात ना करूं. इसके साथ ही बर्खास्त करवाने की धमकी देते हैं.
उन्होंने आगे कहा कि इनकी जांच करवाई जानी चाहिए कि ऑफिस से गायब क्यों रहते हैं? PSC में सिलेक्शन के बाद मुझे पुलिस विभाग मिला. ये नौकरी मेरे मायके और ससुराल वालों को ये पसंद नहीं है. दोनों चाहते हैं कि मैं यह नौकरी छोड़ दूं.
‘बेटे के सामने परिवार के सदस्यों को पीटा’
शैलेंद्र बिहारी शर्मा ने भी पुलिस पर आरोप लगाया है कि पुलिस ने उनके 8 साल के बेटे के सामने परिवार के सदस्यों से मारपीट की. सभी को महिला थाने में कैद कर रखा गया. जब वे महिला पुलिस थाने पहुंचे, तो DSP प्रभात शुक्ला ने उन्हें गेट पर ही रोक दिया. इस पूरे मामले में तहसीलदार और DSP के बीच जोरदार बहस भी हुई.
तहसीलदार पति ने दी सफाई
SDOP ख्याति मिश्रा के पति तहसीलदार शैलेंद्र बिहारी तिवारी ने कहा कि ये सबकुछ कटनी एसपी रहे अभिजीत रंजन के निर्देश पर हुआ. पुलिस अधीक्षक ने प्लानिंग की थी कट्टा या दूसरा हथियार घर में रखवाकर केस दर्ज करवाया जाए, लेकिन ऐसा हो नहीं सका. उन्होंने ख्याति के द्वारा प्रताड़ना और मारपीट के आरोप को भी सिरे से नकारते हुए कहा कि आरोप पूरी तरह गलत हैं. उसके (ख्याति मिश्रा) परिवारवालों से भी बात कर सकते हैं, वह सभी को गुमराह कर रही है. मुझे उसकी पुलिस की नौकरी से भी दिक्कत नहीं है, नौकरी तो शादी के बाद लगी है.
नागरिक उड्डयन मंत्री ने की थी शिकायत
31 मई को दतिया एयरपोर्ट के उद्घाटन के मौके पर भीड़ नियंत्रण को लेकर एसपी वीरेंद्र कुमार मिश्रा और आईजी सुशांत कुमार सक्सेना के बीच बहस हुई थी. इसे देखते हुए अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए पुलिस अधीक्षक का ट्रांसफर करके पुलिस मुख्यालय सहायक पुलिस महानिरीक्षक बनाया गया है. बताया जा रहा है कि नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू ने एसपी को लेकर सीएम से शिकायत की थी.
