Madhya Pradesh: देश की संस्कृति से युवाओं को जोड़ने के लिए एक अनोखी पहल की गई है. मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में एक ऐसी गौशाला हैं, जहां लोग पहुंचकर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ डेस्टिनेशन वेडिंग कर सकेंगे. यहां शादी समारोह में शामिल होने वाले मेहमान कुटिया में ठहरेंगे और दुल्हन की विदाई बैलगाड़ी में होगी. यह देश की पहली ऐसी गौशाला है. जहां शादी समारोह का भी आयोजन होगा. यह लोगों की पसंद बन गई है और लोगों ने बुकिंग भी शुरू कर दी है.
लालटिपारा आदर्श गौशाला
यह गौशाला मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में है. मुरार क्षेत्र स्थित लालटिपारा आदर्श गौशाला देश की पहली ऐसी गौशाला है, जहां अब डेस्टिनेशन वेडिंग होगी. यहां वैदिक मंत्रोच्चार के साथ परंपरागत रूप से विवाह करवाया जाएगा.
पालकी में बैठकर पहुंचेगी दुल्हन
गौशाला में डेस्टिनेशन वेडिंग का आयोजन पूरी तरह से देसी और परंपरागत तरीके से होगा. वरमाला के लिए दुल्हन पालकी में बैठकर आएगी. वरमाला कार्यक्रम के लिए विशेष पालकी बनाई गई है.
कुटिया में रुकेंगे मेहमान, बैलगाड़ी में होगी विदाई
यहां मेहमानों के ठहरने के लिए कुटिया बनाई गई हैं. वहीं, दुल्हन की विदाई महंगी गाड़ियों की बजाय खास बैलगाड़ी से होगी. यहां ब्राह्मणों की व्यवस्था भी गौशाला की तरफ से ही करवाई जाएगी.
कराना होगा गायों का भंडारा
इस गौशाला में विवाह कराने के लिए गायों को हरे चारा का भंडारा करना होगा. वहीं, शादी समारोह में वर-वधू पक्ष से सिर्फ 500 लोग ही शामिल हो सकेंगे.
इस दिन होगा गौशाला में पहली शादी का आयोजन
इस गौशाला में पहली डेस्टिनेशन वेडिंग का आयोजन 22 जनवरी को होगा. इस आयोजन के लिए 20 लाख रुपए की लागत से खास मंडप तैयार किया गया है. गौशाला में शादी करने वाले परिवार को मेहमानों को भोजन देने से पहले गायों का हरे चारा से भोज करवाना होगा.
मेहमानों के मिलेंगे मिलेट्स के व्यंजन
यहां शादी का कार्यक्रम का आयोजन दिन में होगा, जिससे शादी होने से बिजली या अन्य खर्च की भी बचत हो सकेगी. मेहमानों के बैठने के लिए घास के सोफे तैयार हो चुके हैं. यहां होने वाले वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल मेहमानों को मोटे अनाज (मिलेट्स) से बने व्यंजन परोसे जाएंगे. साथ ही डिस्पोजल थाली और गिलास के जगह कुल्हड़ और पत्तल का उपयोग किया जाएगा.