MP News: सुप्रीम कोर्ट में मुख्य न्यायाधीश पर जूता उछालकर चर्चा में आए वकील राकेश किशोर गुरुवार को खजुराहो के भारतीय पुरातत्व विभाग (ASI) के अधीन पूर्वी मंदिर समूह स्थित जवारी मंदिर पहुंचे. यहां उन्होंने गर्भगृह में भगवान विष्णु की सिर कटी मूर्ति के समक्ष बैठकर बगलामुखी हवन और पूजा-अर्चना की है. हवन के समय मूर्ति से जुड़ी याचिका दायर करने वाले राकेश दलाल सहित कई संत और श्रद्धालु मौजूद रहे. इस दौरान उन्होंने भगवान विष्णु की मूर्ति का सिर पुनः जोड़ने की मांग उठाई है.
राकेश किशोर बागेश्वर धाम के लिए हुए रवाना
खजुराहो में हवन के बाद राकेश किशोर बागेश्वर धाम के लिए रवाना हो गए हैं. बताया जा रहा है कि वे सात नवंबर को पंडित धीरेंद्र शास्त्री द्वार निकाली जाने वाली सनातन हिंदू एकता पद यात्रा की तैयारियों को लेकर होने वाली बैठक में शामिल होंगे. इस यात्रा में सुप्रीम कोर्ट के कुछ वकीलों के भी जुड़ने की संभावना जताई जा रही है.
इस बीच भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की टीम भी राकेश किशोर और राकेश दलाल की गतिविधियों पर नजर बनाए हुए है. एएसआई अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि जिस स्थान पर हवन किया गया, वह खजुराहो के संरक्षित क्षेत्र की सीमा में नहीं आता है.
CJI पर राकेश किशोर ने उछाला था जूता
दरअसल, कुछ दिनों पहले ही सुप्रीम कोर्ट में भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) बी.आर.गवई एक मामले में सुनवाई कर रहे थें. उसी दौरान उनकी बात से असहमत होकर वकील राकेश किशोर ने ‘सनातन का अपमान नहीं सहेंगे’ चिल्लाकर सीजेआई की तरफ जूता उछाला दिया था. जिसके बाद वहां मौजूद सुरक्षकर्मियों ने वकील को कोर्ट से बाहर कर दिया था. हालांकि बाद में सीजेआई ने ‘भूली बिसरी’ बात कहकर मामले को खारिज कर दिया और वकील राकेश किशोर को चेतावनी देकर छोड़ देने का आदेश दे दिया था.
ये भी पढे़ं- ‘मेरी समस्या हल कीजिए…’ पत्नी-बेटी के साथ कलेक्टर के पास पहुंचे DAVV के पूर्व कुलपति, बोले- बेटा करता है मारपीट
