Lok Sabha Election 2024: जाति की राजनीति करूंगा, न धर्म की राजनीति करूंगा, कैसे हो मेरे गांव का विकास, मैं उस रणनीति की बात करूंगा… जी हां, इसी फलसफे के साथ केंद्रीय सरकार लोकसभा चुनाव में जीत की हैट्रिक बनाने में जुटी है. इसके लिए केंद्र सरकार ने ‘गांव चलो अभियान’ का ऐलान कर दिया है. अब केंद्र सरकार शहरों के साथ-साथ अपनी पकड़ गांव में मजबूत करने के इरादे बना चुकी है.
कितने गांव से जुड़ेगा अभियान
इस अभियान के अंतर्गत पार्टी के लगभग 30 लाख कार्यकर्ता एवं नेता देशभर के 7 लाख गांवों और शहरी बूथों तक जाकर लोगों से संपर्क साधेंगे, और उन्हें मोदी सरकार की उपलब्धियों के बारे में जानकारी देंगे. बता दें कि आने वाले दिनों में भाजपा पार्टी संगठन के लिहाज से देशभर में बनाए गए अपने 988 संगठन जिलों और 16,188 मंडलों में ‘गांव चलो अभियान’ के लिए प्रशिक्षण शिविर का आयोजन करेगी.
एमपी में 9 फरवरी से ‘गांव चलो अभियान’
मध्य प्रदेश में भी 9 फरवरी से गांव चलो अभियान की शुरुआत हो रही है. इसके जरिए बीजेपी प्रदेश के 53 हजार गांव, 44 हजार शहरी वार्ड और 65 हजार बूथ जाने की तैयारी कर रही है. और वोटर्स को लुभाने की तैयारी में जुटेगी.
साल 2022 के जनगणना के अनुसार मुताबिक 55 हजार 429 गांव मध्य प्रदेश में हैं.
गांव में पुरुषों की संख्या 2 करोड़ 71 लाख 49 हजार 388 है.
वहीं महिलाओं की संख्या 2 करोड़ 44 लाख 80 हजार 116 है.
एमपी की 29 लोकसभा सीटों पर बीजेपी की नजर
मध्य प्रदेश देश के सबसे बड़े राज्यों में से एक है, यहां लोकसभा की 29 सीटों पर पार्टी अपने प्रत्याशी को मैदान में उतारेगी, जिसमें से 10 सीटों पर बीजेपी की पैनी नजर रहेगी. साल 2019 में 10 सीटों पर लोकसभा के प्रत्याशियों को हार का सामना करना पड़ा था.
10 प्रतिशत वोट शेयर बढ़ाने का लक्ष्य वीडी शर्मा
बता दें कि हाल ही में हुए नव मतदाता सम्मेलन के दौरान बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि पार्टी का हर कार्यकर्ता, हर नेता 24 घंटे गांव में रुकेगा. उन्होंने कहा कि हर बूथ पर 10 प्रतिशत वोट शेयर बढ़ाने का लक्ष्य तय किया गया है. लोकसभा चुनाव को देखते हुए गांव चलो अभियान में बीजेपी के हर कार्यकर्ता और हर नेता को 24 घंटे उसी गांव में रहना है. चाहे सीएम हो,चाहे प्रदेश अध्यक्ष हो, कैबिनेट के मंत्री हो या सामान्य कार्यकर्ता. सभी लोग गांव में 24 घंटे का समय बिताएंगे. प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने बताया “आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में हम हर बूथ पर नमो बूथ और पीएम मोदी बूथ के साथ मैदान में उतरेंगे.”
14 फरवरी को समीक्षा बैठक
केंद्र सरकार 1 से 2 फरवरी तक अभियान से जुड़ी तैयारियों को पूरा करने की रणनीति बना चुकी है. तृतीय चरण में समीक्षा बैठक 14 फरवरी तक होगी. मध्यप्रदेश में भी 3 फरवरी से पहले जिला और मंडल स्तर पर कार्यशालाओं का आयोजन किया जा रहा है. मतदाताओं तक पहुंचना इस अभियान का लक्ष्य होगा. जिससे सभी को मतदान करने के साथ-साथ योजनाओं की जानकारी भी मिल सके.
बीजेपी के चुनावी अभियान
अब तक भाजपा ने जितने अभियान चलाएं, बूथ सशक्तिकरण या बूथ चलो के नाम से बनाए हैं, लेकिन पहली बार भाजपा ‘गांव चलो अभियान’ शुरू करने जा रही है. पार्टी इसके माध्यम से कार्यकर्ता को गांव तक पहुंचना चाहती है. इसके लिए गांव चलो अभियान चलाया जाएगा. इस हिसाब से देखा जाए, तो लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा का गांव चलो अभियान लोकसभा चुनाव 2024 में 400 से ज्यादा सीटों के साथ हैट्रिक बनाने के मिशन से चुनाव की तैयारी कर रही है.