MP News: मध्य प्रदेश में सीएम हेल्पलाइन पर लोग कॉल करके अलग-अलग समस्याओं से जुड़ी शिकायत करते हैं. इन शिकायतों का निराकरण शासन के अलग-अलग विभागों के द्वारा किया जाता है. कभी-कभी ये भी सुनने को मिलता है कि संबंधित विभाग कार्य नहीं कर रहा है. अब इससे उलट शिकायतकर्ताओं पर ही ब्लैकमेलर के आरोप लग रहे हैं. सरकार ने ऐसे शिकायतकर्ताओं की सूची प्रदेश के सभी कलेक्टर्स से मांगी, जिन्होंने झूठी शिकायत की है और जो ब्लैकमेलिंग जैसी गतिविधियों में शामिल हैं. इन सभी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
कार्रवाई की तैयारी कर रही सरकार
सीएम हेल्पलाइन ऑफिस ने राज्य के सभी जिलों को पत्र लिखकर ऐसे शिकायतकर्ताओं को सूची मांगी है, जो झूठी शिकायत करते हैं. ऐसे लोगों के खिलाफ कानून के हिसाब से कार्रवाई की जाएगी. कलेक्टर से मांगी जानकारी में शिकायतकर्ता का नाम, मोबाइल नंबर, कुल शिकायतों की संख्या और संबंधित टिप्पणियां शामिल है.
कलेक्टर को जारी पत्र के अनुसार लगातार सीएम हेल्पलाइन पर फेक कॉल आ रहे हैं. इस वजह से जरूरतमंदों को समय पर मदद नहीं हो पाती है. झूठी शिकायत कराने वाले और ब्लैकमेल करने वालों के कारण सरकारी साधनों का दुरुपयोग होता है.
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क्या सीएम हेल्पलाइन नंबर है?
सीएम हेल्पलाइन नंबर लोगों की शिकायत निवारण के लिए एक सिंगल विंडो केंद्र है. सरकार की ओर से एक नंबर 181 जारी किया गया है. इस नंबर पर कॉल करके लोग सरकारी काम से जुड़ी समस्याओं की शिकायतों को दर्ज करवा सकते हैं. शिकायत सही पाई जाने पर इसे संबंधित विभागों में भेज दिया जाता है.
