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MP News: प्रदेश को दो दिनों में दो टाइगर रिजर्व की सौगात, 90 बाघ वाला रातापानी 9वां रिजर्व बना

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फाइल फोटो

MP News: मध्य प्रदेश को दो दिनों में दो नए टाइगर रिजर्व (Tiger Reserve) की सौगात मिली है. दो दिन पहले शिवपुरी जिले में स्थित माधव नेशनल पार्क (Madhav National Park) को टाइगर रिजर्व घोषित किया था. अब रातापानी अभ्यारण्य (Ratapani Sanctuary) को भी टाइगर रिजर्व घोषित कर दिया गया है. प्रदेश में टाइगर रिजर्व की संख्या बढ़कर 9 हो गई है.

रातापानी टाइगर रिजर्व में है 90 बाघ

सोमवार यानी 2 दिसंबर को एक अधिसूचना जारी की गई. केंद्र सरकार और NTCA से मिली मंजूरी के बाद रातापानी को टाइगर रिजर्व बनाया गया है. रातापानी अब एमपी का 9वां टाइगर रिजर्व बन गया है. इस रिजर्व में 90 बाघ हैं. 17 साल बाद रातापानी अभ्यारण्य को ये दर्जा मिला है. साल 2008 में इसे सैद्धांतिक मंजूरी मिल चुकी थी लेकिन राज्य वन विभाग ने रिजर्व की सीमा को तय करने वाले डॉक्यूमेंट पेश नहीं कर पाया था.

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रातापानी अभ्यारण्य को लेकर जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक रातापानी टाइगर रिजर्व के कोर एरिया 763 वर्ग किलोमीटर होगा. इसका बफर एरिया 507 वर्ग किलोमीटर है. इस तरह टाइगर रिजर्व का कुल एरिया 1,271 वर्ग किलोमीटर होगा. ये पूरा एरिया रायसेन और सीहोर जिले में आएगा. इस रिजर्व के अंदर 9 गांव आएंगे.

माधव टाइगर रिजर्व में अभी 3 बाघ हैं

1 दिसंबर को केंद्र की ओर से जारी नोटिफिकेशन में माधव नेशनल पार्क को फिर से टाइगर रिजर्व का दर्जा दिया गया है. अभी यहां पर 3 बाघ हैं. इसके अलावा एक नर और एक मादा बाघ को भी छोड़ा जाएगा. इस नेशनल पार्क की स्थापना 1958 में की गई थी. इसकी सीमा लगभग 375 किलोमीटर है. लेकिन टाइगर रिजर्व घोषित होने के बाद इसमें 1276 किलोमीटर का बफर जोन भी जोड़ दिया जाएगा. जिसके बाद माधव नेशनल पार्क वर्तमान से 4 गुना यानी करीब 1, 651 किलोमीटर तक फैल जाएगा.

रातापानी को टाइगर रिजर्व बनाने पर सीएम ने दी बधाई

रातापानी को 9वां टाइगर रिजर्व बनाने को लेकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बधाई दी है. सीएम ने कहा कि मध्यप्रदेश को एक और “रातापानी टाइगर रिजर्व” मिला है. यह देश का एक ऐसा अभयारण्य होगा जो किसी राजधानी के सबसे नजदीक है.

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