MP News: मध्य प्रदेश के सरकारी विभागों के लिए अलग-अलग पदों के लिए परीक्षाएं नहीं होंगी. स्टूडेंट्स को अब विभिन्न परीक्षाएं नहीं देनी होगी. राज्य सरकार भर्ती परीक्षा की व्यवस्था में बड़ा बदलाव करने जा रही है. मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल (MPESB) के माध्यम से अभी 30 परीक्षाएं आयोजित होती है, उनके स्थान पर केवल 4 एग्जाम आयोजित किए जाएंगे.
समय की बचत होगी
मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल ने राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजा है. संयुक्त पोस्ट ग्रेजुएट, संयुक्त ग्रेजुएट, हायर सेकेंडरी एजुकेशन और संयुक्त वर्दीधारी एग्जाम प्रस्तावित किए गए हैं. अलग-अलग परीक्षाओं के लिए संयुक्त परीक्षा आयोजित की जाएगी. MPESB का कहना है कि इससे परीक्षा में होने वाला खर्च और समय दोनों बचेगा.
30 की जगह अब 4 परीक्षाएं होंगी
MPESB की ओर से राज्य सरकार को भेजे गए प्रस्ताव में 30 की जगह 4 परीक्षाएं आयोजित कराने का प्रस्ताव रखा गया है. इस साल कर्मचारी चयन मंडल 25 हजार से ज्यादा पदों पर भर्ती करने जा रहा है. प्रदेश में अलग-अलग सरकारी विभागों के पदों को एक परीक्षा में शामिल करके मेधावी चयन सूची तैयार की जाएगी, जिसके आधार पर नियुक्तियां होंगी. सूत्रों के मुताबिक सामान्य प्रशासन विभाग ने नियमों में संशोधन की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
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टीचर भर्ती परीक्षा के बदले नियम
मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल 13 हजार से ज्यादा पदों पर प्राथमिक शिक्षक भर्ती परीक्षा आयोजित करने जा रहा है. इस परीक्षा की संभावित तारीख 31 अगस्त रखी गई है. एग्जाम से पहले MPESB ने परीक्षा के नियमों में बदलाव किया है. मनोविज्ञान और पर्यावरण जैसे विषयों को हटा दिया गया है. इंग्लिश को ऑप्शनल की जगह अनिवार्य कर दिया गया है. इसके साथ ही विज्ञान और सामाजिक विज्ञान जैसे विषयों को जोड़ा गया है. प्राइमरी टीचर एग्जाम के लिए आवेदन की प्रक्रिया 18 जुलाई से शुरू हो चुकी है, जो 6 अगस्त तक होगी.
