MP News: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के ऐशबाग में बने हुए 90 डिग्री ROB से किरकिरी के बाद पीडब्ल्यूडी विभाग पूरी तरह सख्त दिखाई दे रहा है. विभाग ने प्रदेश के सभी इंजीनियरों की बैठक ली और इसके बाद निर्देश दिए की जो अभी निर्माणाधीन फ्लाईओवर और एलिवेटेड कॉरिडोर बन रहे हैं, उच्च स्तरीय तकनीकी जांच के बाद ही इनका काम शुरू किया जाएगा.
बैठक के बाद लिया गया निर्णय
मध्य प्रदेश के 355 फ्लाईओवर प्रोजेक्ट फिलहाल पूरी तरह रुक गए हैं, इसी प्रकार करीब 140 निर्माणाधीन फ्लाईओवर और एलिवेटेड कॉरिडोर समेत 355 प्रोजेक्ट है, जिनकी लागत करीब 1200 करोड रुपए बताई जा रही है. बैठक के बाद काम रोक दिए गए हैं.
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PWD मंत्री ने खुद माना सुधार की आवश्यकता है
हालांकि बीते दिन मीडिया से चर्चा करते हुए पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह ने कहा कि पूरे मामले को लेकर हाई लेवल कमेटी बनाई जा रही है, जो डिजाइन और तकनीकी आधार पर जांच करेगी. यदि कहीं गड़बड़ी पाई जाती है, तो कमेटी उसका निराकरण भी करेगी.
5 सदस्यीय हाईलेवल कमेटी गठित
मध्य प्रदेश में फ्लाईओवर और रेलवे ओवर ब्रिज के परीक्षण के लिए उच्चस्तरीय समिति का गठन किया है. इस हाई लेवल कमेटी में प्रमुख अभियंता लोक निर्माण विभाग, प्रमुख अभियंता सड़क विकास निगम, प्रमुख अभियंता रेलवे जोन, नगर निगम निकाय के अधिकारी शामिल हैं. इस कमेटी का गठन लोक निर्माण विभाग के आदेश का बाद किया गया है.
