MP Monsoon: मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश का दौर जारी है. पिछले दो दिनों से भोपाल, नर्मदापुरम, सागर, जबलपुर और रीवा संभाग में तेज बारिश हो रही है. शिवपुरी, कटनी, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, शाजापुर, देवास, रतलाम, नरसिंहपुर, मंदसौर, बालाघाट, सिवनी समेत 30 से ज्यादा जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश हुई.
11 जिलों में हेवी रेन का यलो अलर्ट
फिलहाल मध्य प्रदेश में बारिश का कोई स्ट्रॉन्ग सिस्टम नहीं है. पूर्वी यूपी में साइक्लोनिक सर्कुलेशन एक्टिव है. मौसम विभाग ने सीहोर, राजगढ़, उज्जैन, देवास, शाजापुर, गुना, शिवपुरी, ग्वालियर, भिंड, मुरैना और श्योपुर के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है. इन जिलों में 30 से 40 किमी की रफ्तार से हवा चल सकती है. इसके साथ ही भोपाल, विदिशा, रायसेन, खंडवा, खरगोन,सीधी, रीवा समेत 33 जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है.
10 अक्टूबर तक लौट सकता है मानसून
राज्य में ग्वालियर, मंदसौर, नीमच, रतलाम समेत 12 जिलों से मानसून ने विदाई ले ली है. मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि 10 अक्टूबर तक एमपी के बाकी हिस्से से मानसून विदाई ले लेगा. लौटते हुए मानसून से राज्य में बारिश का दौर जारी है.
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गुना में सबसे ज्यादा बारिश
मध्य प्रदेश में मानसून की एंट्री 16 जून को हुई, तब से अब तक 20 फीसदी ज्यादा बारिश हो चुकी है. प्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश गुना में 65.6 इंच बारिश हुई है. इसके बाद मंडला, रायसेन, श्योपुर और अशोकनगर में सबसे ज्यादा बारिश हुई. वहीं, राज्य में सबसे कम बारिश शाजापुर में 28.92 इंच रिकॉर्ड की गई. राज्य का सर्वाधिक तापमान छतरपुर के खजुराहो में 36.4 डिग्री और सबसे कम तापमान राजगढ़ में 19 डिग्री मापा गया.
