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Mahakumbh 2025: सीएम मोहन यादव ने संगम में परिवार के साथ लगाई डुबकी, बोले- सनातन के लिए ये गौरवशाली क्षण

Mahakumbh 2025: सीएम मोहन यादव ने संगम में लगाई पवित्र डुबकी

Mahakumbh 2025: सीएम मोहन यादव ने संगम में लगाई पवित्र डुबकी

Mahakumbh 2025: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (CM Mohan Yadav) शनिवार को प्रयागराज महाकुंभ पहुंचे. उन्होंने यहां संगम तट पर पवित्र डुबकी लगाई. सीएम के साथ राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (CM Bhajanlal Sharma) ने भी पवित्र स्नान किया. दोनों सीएम ने संगम के किनारे स्नान के साथ-साथ अर्घ्य भी दिया. सीएम मोहन यादव का परिवार भी मौजूद रहा. पत्नी सीमा यादव ने संगम में पवित्र डुबकी लगाई. पवित्र स्नान करने के बाद कलश से सूर्य देवता को अर्घ्य भी दिया.

‘सनातन धर्म का ये गौरवशाली क्षण’

स्नान करने के बाद सीएम ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हम सबका सौभाग्य है. सनातन धर्म के ये गौरवशाली क्षण हैं. हमारे यहां प्रत्येक 12 साल में 4 नगरों में कुंभ मेला लगता है. ये अलौकिक घटना है, जिसे समुद्र मंथन की कथा से भी जोड़ते हैं. यहां ऋषि, मुनि, तपस्वी, साधु-सन्यासी, आमजन सभी आस्था के पर्व में शामिल होते हैं और स्नान करते हैं. कुंभ मेले में ना सिर्फ हम अपनी आस्था का प्रकट करते हैं, बल्कि यहां ऐसे साधु-सन्यासियों का सत्संग मिलता है जिनके माध्यम से जीवन की सार्थकता सिद्ध होती है.

एकात्म धाम के कार्यक्रम में शामिल होंगे

पवित्र स्नान के बाद मुख्यमंत्री कई कार्यक्रमों में शामिल होंगे. जिसमें वे एकात्म धाम के साथ-साथ एमपी पवेलियन जाएंगे. यहां सीएम व्यवस्था का जायजा लेंगे. वहीं रात 8 बजे विक्रमादित्य नाट्य में शामिल होंगे.

सिंहस्थ की तैयारियों को लेकर साधु-संतों से भी लेंगे मार्गदर्शन

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव कहा कि कुंभ मेले में धर्म के प्रति आस्था के साथ अनेकों साधु-संतों का सत्संग मिलता है. जिससे जीवन की सार्थकता सिद्ध होती है. गुरु के सिंह राशि में प्रवेश करने पर उज्जैन में सिंहस्थ का आयोजन होता है. समुद्र मंथन की आलौकिक घटना से भी इसका संबंध है. इस अवसर पर ऋषि-मुनि, साधु-सन्यासी, तपस्वी एवं श्रद्धालु आस्था के इस महापर्व में शामिल होते हैं और आस्था के साथ पवित्र स्नान करते हैं. उन्होंने कहा कि उज्जैन में साल 2028 में होने वाले सिंहस्थ के लिए, प्रयागराज महाकुंभ में हुई तैयारियों से मार्गदर्शन प्राप्त करने के लिए राज्य सरकार के अधिकारियों का दल प्रयागराज भेजा गया है. महाकुंभ में पधारे साधु-संतों से भी इस संबंध में मार्गदर्शन लिया जाएगा.

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अब तक 40 करोड़ श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी

इस बार प्रयागराज में आयोजित हो रहे इस महाकुंभ का विशेष महत्व है. ये कुंभ 144 साल के बाद आयोजित हो रहा है. यानी 12 बार महाकुंभ हुए जिसके बाद ये महाकुंभ आया है. अभी तक करीब 40 करोड़ श्रद्धालु पवित्र डुबकी लगा चुके हैं. अब तक 3 अमृत स्नान हो चुके हैं. 12 फरवरी को माघ पूर्णिमा को चौथा और 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के दिन पांचवां अमृत स्नान होगा.

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