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‘रावण’ को पढ़ाने वाला टीचर दो बोतल शराब पीकर जाता है स्कूल, क्लास में बच्चों को पढ़ाया- तुम तो ठहरे परदेसी…, वीडियो वायरल

A video of a teacher teaching in school while drunk has gone viral.

मंडला के शराबी टीचर का वीडियो वायरल

Mandla Teacher Video Viral: माता-पिता के बाद बच्चों के जीवन में टीचर की सबसे ज्यादा अहमियत होती है. शिक्षक ही होता है जो किताबी ज्ञान के साथ-साथ देश-दुनिया के ज्ञान से बच्चों को अवगत कराता है. यदि शिक्षक क, ख, ग की जगह गाना सिखाने लगे तो छात्रों को भविष्य अंधकारमय हो जाएगा. ऐसा ही एक शिक्षक मध्य प्रदेश के मंडला जिले का है, जो शराब पीकर स्कूल पहुंचता है और बच्चों को गाने सिखाता है.

वीडियो हो रहा है वायरल

दरअसल, मंडला जिले से एक वीडियो सामने आया है, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो में टीचर नशे में चूर दिखाई दे रहा है. बच्चों को किताबी ज्ञान देने की जगह गाना सिखा रहा है. स्कूल के क्लासरूम में बिना टाट-पट्टी और बेंच के बच्चे बैठे हुए हैं. बच्चों को नशेड़ी टीचर कहता है सिट डाउन. फिर ‘तुम ठहरे परदेसी…’ गाना गाते हुए बच्चों से दोहराने के लिए कह रहा है. बच्चों के चेहरे पर साफ दिखाई दे रहा है कि उन्हें कुछ भी समझ नहीं आ रहा है. वे केवल टीचर के गाने को दोहरा रहे हैं.

शिक्षक का दावा- दो बोतल शराब पीकर जाता हूं

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो मंडला जिले के ग्राम पंचायत अहमदपुर के ग्वारीटोला प्राथमिक शाला स्कूल का बताया जा रहा है. शिक्षक का नाम महेश कुमार गोठरिया है. ऐसे टीचर बच्चों को पढ़ाएंगे तो उनका फ्यूचर गर्त में ही जाएगा. इसके साथ शिक्षक ने दावा किया कि वह रोजाना दो बोतल शराब पीकर स्कूल जाता है. जब शराबी शिक्षक से पूछा गया कि वे शराब पीकर बच्चों को क्यों पढ़ा रहे है? टीचर ने कहा कि शराब बिना पीये मेरा दिमाग गोल हो जाता है, मैं बिना पीये नहीं पढ़ा सकता.

इस वीडियो के सामने आने के बाद ये भी खुलासा हुआ है कि स्कूल कृषि विभाग के गोदाम में चल रहा है. इसके बावजूद एजुकेशन पोर्टल पर इसे पूर्ण स्कूल दिखाया गया है.

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80 हजार सैलरी, रावण को पढ़ाने का दावा

शराब पीकर स्कूल जाने वाले गणित के इस टीचर को राज्य सरकार हर महीने 80 हजार रुपये सैलरी देती है. टीचर कैमरे पर शराब पीने की बात तो स्वीकार ही है और ये भी दावा करता है कि उसने ‘रावण’ भी पढ़ाया है. अब इंतजार है कैसे नौनिहालों को न्याय मिले. समाज ऐसे टीचरों को कभी स्वीकार नहीं करेगा, जो विद्यालय शराब पीकर जाते हैं और गणित के फॉर्मूलों की जगह गानों की सरगम सिखाते हैं.

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