Cough Syrup Case: मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल रविवार को छिंदवाड़ा पहुंचे. उन्होंने जहरीले कफ सिरप से मृत बच्चों के पीड़ित परिजनों से मुलाकात की. इसके बाद वे मीडिया से भी मुखातिब हुए. इस दौरान उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के आरोपों पर भी पलटवार किया. उन्होंने दवाइयों के लाइसेंस लेने को देकर भी बड़ा बयान दिया है.
‘दवाई का लाइसेंस देने वाली राज्य सरकार की जिम्मेदारी’
मीडिया से बात करते हुए चिकित्सा शिक्षा मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने कहा, ‘ कोल्ड्रिंप कफ सिरप तमिलनाडु में बनता है. दवाइयों का लाइसेंस स्टेट गवर्नमेंट देती है. एक स्टेट में लाइसेंस मिलता है तो पूरे देश में दवाइयां बेच सकती हैं. यह राज्य सरकार की जवाबदारी रहती है, जहां मैन्युफैक्चरिंग हुई है. फैक्ट्री से निकलने से पहले उस दवाई का सीओए सर्टिफिकेट जारी होता है. इससे यह तय हो जाता है कि यह दवाई किस काम आएगी. यह मनुष्य के लिए हानिकारक नहीं है. यह काम तमिलनाडु सरकार का था. अब तमिलनाडु सरकार से या उसके अधिकारीयों से कहां चूक हुई है यह जांच का विषय है.
कमलनाथ बोले- मध्य प्रदेश की सरकार जिम्मेदार है
इसके पहले रविवार को ही पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने परासिया पहुंचकर मृत बच्चों के परिवार से मुलाकात की थी. इस दौरान कमलनाथ ने कहा, ‘ये बड़े ही दुख की बात है. इस घटना के लिए राज्य सरकार जिम्मेदार है. उन्होंने कभी दवाइयों की टेस्टिंग नहीं की.’
इसके साथ ही कमलनाथ ने कहा कि उन्होंने पीड़ित परिजनों को आर्थिक सहायता देने के लिए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव से बात की है. उन्होंने कहा, ‘सरकार को इसके लिए कुछ करना चाहिए. मुझसे जो भी हो पाएगा. मैं भी जरूर करूंगा.’
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