MP Board Exams: फिल्म ’12वीं फेल’ साल 2023 की सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली फिल्मों में से एक है. ये फिल्म आईपीएस मनोज शर्मा के संघर्ष पर बनी है. मुरैना के रहने वाले मनोज 12वीं में इसलिए फेल हो जाते हैं, क्योंकि उस साल उनके जिले में नकल नहीं हो पाती है. मनोज अपने इंटरव्यू में भी कई बार इस बात का जिक्र कर चुके हैं कि उनके जिले मुरैना में बोर्ड परीक्षा में खूब नकल हुआ करती थी. मगर उस साल नकल नहीं हो पाई थी, जिसके चलते वो फेल हो गए थे.
इस किस्से के कई साल बीत जाने के बाद भी मुरैना में अब भी नकलची गैंग की संख्या कम नहीं हुई है. ये आज भी माध्यमिक शिक्षा मंडल के लिए सबसे बड़ी मुसीबत बनी हुई है. यही कारण है कि साल 2024 की बोर्ड परीक्षा में भी मुरैना जिले में सबसे ज्यादा 62 संवेदनशील परीक्षा केंद्र चयनित किए गए हैं. यहां पर नकल रोकने के लिए विशेष दल मंडल ने बनाया है.ॉ
कुल 610 संवेदनशील सेंटर बने
10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के लिए मंडल ने 610 संवेदनशील सेंटर तैयार किए हैं, जिनमें सबसे ज्यादा मुरैना में 62, ग्वालियर में 52 और भिंड में 51 सेंटर है. वहीं राजधानी भोपाल में ऐसे सेंटर की संख्या 21 है. इंदौर में भी 16 सेंटर को संवेदनशील माना गया है.
50 उड़नदस्तों की टीम तैयार हुई
माशिमं ने परीक्षा के लिए खास 50 उड़नदस्तों की टीम तैयार की है. जो कि जिला प्रशासन के साथ मिलकर नकलची को पकड़ने का काम करेगी. इन सेंटर पर CCTV कैमरों से नजर भी रखी जाएगी.
आपको बता दें कि, इस साल 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के लिए 3866 सेंटर बनाए गए हैं, जहां 17 लाख 40 हजार 691 छात्र परीक्षाएं देंगे.
किस तरह होगा मूल्यांकन
10वीं में 75 अंक का सैद्धांतिक प्रश्नपत्र और 25 अंक का आंतरिक मूल्यांकन होगा, वहीं 12वीं में प्रायोगिक विषयों में 70 अंकों का प्रश्नपत्र और 30 का प्रयोग होगा, जबकि बिना प्रायोगिक विषयों का प्रश्नपत्र 80 अंक का और 20 अंक का आंतरिक मूल्यांकन होगा.