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MP By Election: बुधनी उपचुनाव के लिए AAP प्रत्याशी का पर्चा खारिज, जानें यहां अब तक हुए उपचुनाव का इतिहास

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बुधनी उपचुनाव

MP By Election: मध्य प्रदेश की VIP विधानसभा सीट बुधनी पर उपचुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया पूरी हो गई है. उपचुनाव के लिए 25 प्रत्याशियों द्वारा नामांकन भरने के बाद AAP प्रत्याशी योगेश कुमार साहू समेत तीन नामांकन पत्र निरस्त कर दिए गए हैं. अब इस चुनावी मैदान में 23 उम्मीदवार हैं. प्रत्याशी 30 अक्टूबर तक अपना नाम वापिस ले सकते हैं, जिसके बाद ही ये क्लियर होगा कि कितने उम्मीदवार इस सीट पर चुनाव लड़ने वाले हैं. उससे पहले बुधनी विधानसभा सीट पर अब तक हुए उपचुनाव के इतिहास के बारे में जानते हैं.

AAP प्रत्याशी का नामांकन खारिज

बुधनी विधानसभा उपचुनाव के लिए 25 प्रत्याशियों ने 30 नामांकन पत्र भरे थे. इनमें से तीन प्रत्याशियों का नामांकन खारिज कर दिया गया है. पर्चा खारिज होने वालों में AAP (आम आदमी पार्टी) के उम्मीदवार योगेश कुमार साहू, राष्ट्रीय जन आवाज पार्टी के दिनेश कुमार जैन और निर्दलीय अजय सिंह के नाम शामिल हैं. 3 नामांकन पत्र निरस्त होने के बाद अब 23 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. ये प्रत्याशी 30 अक्टूबर तक अपना नाम वापस ले सकते हैं.

बुधनी विधानसभा सीट पर उपचुनाव का इतिहास

सीहोर जिले की बुधनी विधानसभा सीट पर इस साल तीसरा उपचुनाव होने वाला है. सबसे पहले साल 1992 में इस सीट पर उपचुनाव हुआ था. इसके बाद साल 2006 में. जानते हैं दोनों बार इस सीट पर उपचुनाव क्यों हुआ और अब तीसरी बार क्यों होने वाला है.

बधुनी उपचुनाव 1992

साल 1992 में पहली बार बुधनी में उपचुनाव हुआ था. साल 1990 के विधानसभा चुनाव में शिवराज सिंह चौहान ने बुधनी से चुनाव लड़ा और जीतकर विधायक बने. इसके बाद 1991 में जब लोकसभा चुनाव हुआ तो पूर्व CM अटल बिहारी वाजपेयी ने MP की विदिशा और UP की लखनऊ दोनों लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा. वह दोनों सीट से चुनाव जीतने के बाद वाजपेयी ने विदिशा सीट से इस्तीफा दे दिया. ऐसे में विदिशा सीट से सांसद की सीट खाली होने पर बुधनी विधायक शिवराज सिंह चौहान को पार्टी ने मौका दिया. विदिशा से सांसद चुने जाने के बाद शिवराज सिंह ने बुधनी विधायक पद से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद साल 1992 में इस सीट पर उपचुनाव हुआ.

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बधुनी उपचुनाव 2006

साल 2005 विधानसभा चुनाव में राजेंद्र सिंह राजपूत ने इस सीट पर जीत हासिल की थी. तब BJP ने शिवराज सिंह चौहान को केंद्र से मध्य प्रदेश भेजा. यहां विधायक दल के नेता के रुप में उनका नाम सामने आया और वह प्रदेश के मुख्यमंत्री बने. ऐसे में बुधनी से तत्कालीन विधायक राजेंद्र सिंह राजपूत ने इस्तीफा दे दिया. इसके बाद साल 2006 में इस सीट पर उपचुनाव हुआ. तब शिवराज सिंह चौहान ने चुनाव लड़ा और जीत हासिल की.

बुधनी उपचुनाव 2024

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 में शिवराज सिंह चौहान बुधनी से विधायक चुने गए थे. इसके बाद लोकसभा चुनाव 2024 में शिवराज सिंह विदिशा से सांसद चुने गए. सांसद और केंद्रीय कृषि मंत्री बनने के बाद शिवराज ने बुधनी सीट छोड़ दी. ऐसे में खाली हुई इस सीट पर अब उपचुनाव होने वाले हैं. इस सीट के लिए 13 नवंबर को वोटिंग होगी और रिजल्ट 23 नवंबर को आएगा.

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बुधनी पर त्रिकोणीय मुकाबला

बुधनी विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए त्रिकोणीय रण तैयार हो गया है. इस सीट पर कांग्रेस ने राजकुमार पटेल को प्रत्याशी बनाया है. पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री राजकुमार पटेल बुधनी सीट से विधायक रह चुके हैं. क्षेत्र में उनकी अच्छी पकड़ भी मानी जाती है. वहीं, इस सीट पर BJP ने पूर्व सांसद रमाकांत भार्गव को प्रत्याशी बनाया है. रमाकांत पूर्व CM शिवराज के करीबी माने जाते हैं. लोकसभा चुनाव 2024 में विदिशा से पूर्व सासंद रमाकांत भार्गव का टिकट काटकर ही शिवराज सिंह चौहान को चुनाव लड़ाया गया. इसके अलावा सपा ने युवा नेता अर्जुन आर्य को खड़ा कर किया है.

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