MP News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में सरकार एक तरफ डिजिटल मिशन (Digital Mission) को लागू करने के लिए सरकारी सिस्टम में प्रयोग कर रही है. वहीं दूसरी तरफ मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के डिजिटल मिशन को खुद पर लागू किया है. कागजी कार्रवाई की बजाय मुख्य सचिव अनुराग जैन टैबलेट पर मीटिंग की मिनट्स नोट करते दिखे. बैठक में मौजूद बाकी अधिकारी फाइलों पर मुख्यमंत्री के निर्देश को नोट कर रहे थे.
अनुराग जैन PMO में काम करने का लंबा अनुभव
दरअसल, मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव अनुराग जैन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कोर टीम में शामिल रहे थे. लंबे समय तक PMO में काम करने के साथ-साथ उनके पास प्रशासनिक अनुभव बेहतर है. प्रशासनिक अनुभव के साथ-साथ डिजिटल कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए खुद उदाहरण अन्य अधिकारियों के लिए बने हैं. मध्य प्रदेश में ई-कैबिनेट का प्रस्ताव अनुराग जैन ने ही तैयार किया था. हालांकि ई-कैबिनेट को लागू करने के लिए कुछ समय और अन्य संसाधनों की भी सरकार के सामने चुनौती है.
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मुख्यमंत्री ने सीएस की कुर्सी बगल में लगवाई
कैबिनेट में एक और बड़ा बदलाव मुख्यमंत्री ने किया है. पहले कैबिनेट की बैठक के दौरान चीफ सेक्रेटरी की कुर्सी मुख्यमंत्री के पास नहीं लगाई जाती थी. पिछले दिनों मुख्य सचिव की कुर्सी अब मुख्यमंत्री के बगल में लगाई गई है. मुख्यमंत्री बनने के बाद डॉ. मोहन यादव ने मुख्य सचिव रहते वीरा राणा की कुर्सी कैबिनेट के अन्य सहयोगियों से अलग कर दी थी. यह परंपरा लंबे समय के बाद टूटी लेकिन फिर बदलकर कैबिनेट की बैठक में मुख्य सचिव की कुर्सी मुख्यमंत्री के बगल में लगा दी गई है.