MP News: मध्य प्रदेश के मौजूदा मुख्य सचिव को आखिरकार नया आवास आवंटित कर दिया गया है. अब अनुराग जैन डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला के पड़ोसी बन गए हैं. इधर, सांसद विष्णु दत्त शर्मा के पड़ोस में मनीष और दीपाली रस्तोगी को भी बंगला आवंटित कर दिया गया है. प्रदेश के कई अधिकारियों के रिटायर होने के बाद सरकारी आवास खाली हुए हैं.
मुख्य सचिव होंगे डिप्टी सीएम के पड़ोसी
खासतौर पर चार इमली में रिटायर होने वाले अधिकारी के जगह पर दूसरे अधिकारियों को बंगला आवंटित किया गया है. इसी कड़ी में एमपी मुख्य सचिव अनुराग जैन को चार इमली स्थित बंगला नंबर बी-18 आवंटित किया गया है. यह बंगला उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल के निवास बी-9 के ठीक बगल में है. यानी अब दोनों पड़ोसी होंगे. फिलहाल इस बंगले में पूर्व महानिदेशक सुधीर सक्सेना रह रहे हैं और वे जल्द ही इस बंगले को खाली करने वाले है. इसके बाद बंगले में अनुराग जैन शिफ्ट होंगे.
मुख्य सचिव बनने के बाद अनुराग अभी तक किसी भी सरकारी बंगले में नहीं रहे थे. हालांकि उनको पहले बंगला बी-4 आवंटित किया गया था. जो विधायक रमाकांत भार्गव के पास था. अब वह बंगला खाली हो चुका है लेकिन सरकार ने इस बंगले को अभी तक किसी अन्य को आवंटित नहीं किया है.
अतिरिक्त मुख्य सचिव होंगे वी.डी. शर्मा के पड़ोसी
इसी तरह पूर्व अतिरिक्त मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान का बंगला भी बी-15 अब अतिरिक्त मुख्य सचिव मनीष रस्तोगी को दे दिया गया है. वो भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा के पड़ोसी होंगे. वहीं बी-14 आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ के एडीजी उप निदेशक उपेंद्र जैन को दिया गया है. इसके अलावा बी-13 जो अतिरिक्त मुख्य सचिव जेएन कंसोटिया को मिला था. अब वह खाली है अभी तक किसी अन्य को आवंटित नहीं किया है.
खुद के आवास पर रह रहे थे अनुराग जैन
दिल्ली से मध्य प्रदेश लौटने के बाद मुख्य सचिव बनने के दौरान अभी तक अनुराग जैन अपने भोपाल स्थित निजी निवास पर रह रहे हैं. जैन के करीबियों का कहना है कि सरकारी निवास भले ही आवंटित कर दिया है, लेकिन वह निजी आवास में ही रहेंगे. इधर पुराना विश्रामगृह टूटने के बाद पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम को भी बंगला आवंटित कर दिया गया है. वह बीजेपी के पूर्व सांसद और वरिष्ठ नेता प्रभात झा के बंगले में जल्द ही शिफ्ट होंगे. उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव से मुलाकात करके बंगला आवंटित करने के लिए चर्चा की थी. जिसके बाद मुख्यमंत्री ने गृह विभाग को निर्देश दिए और संपदा की ओर से उन्हें प्रभात झा का बंगला अलॉट कर दिया गया है.
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बंगले अलॉट पर चल रही पॉलिटिक्स
मध्य प्रदेश में बंगले की पॉलिटिक्स काफी लंबे समय से चल रही है. मुख्यमंत्री मोहन यादव के कार्यकाल के दौरान सरकार को मंत्री समूह की कमेटी बनानी पड़ गई. क्योंकि कई मंत्रियों को बंगला पसंद नहीं था. पांच मंत्रियों ने सभी कैबिनेट मंत्रियों के लिए अलग-अलग बंगला आवंटित करने के लिए चर्चा की बाद में बंगला आवंटित हुआ.
पूर्व की कमलनाथ सरकार में बीजेपी नेता भूपेंद्र सिंह के बंगले को खाली करने के लिए कई तत्कालीन कैबिनेट मंत्रियों ने कोशिश की लेकिन भूपेंद्र सिंह ने बेटे की पढ़ाई का हवाला देते हुए कमलनाथ से बंगला ना खाली करने के लिए अनुरोध किया और उसके बाद कमलनाथ ने भूपेंद्र सिंह को बंगले में रहने की अनुमति दे दी. मौजूदा समय में भूपेंद्र सिंह विधायक है और उनका आवास अभी भी उनके पास है.
