Mohan Yadav Govt Report Card: आज मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार (Mohan Yadav Govt) को एक महीना पूरा हो गया. अपने एक महीने के कार्यकाल को लेकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपना रिपोर्ट कार्ड जारी कर दिया है. इस एक महीने के कार्यकाल के दौरान सीएम मोहन यादव के नेतृत्व में सरकार ने कई अहम फैसले लिए. इस दौरान ब्यूरोक्रेसी को तवज्जो देने के साथ नकेल भी कसते हुए उनके फैसले दिखाई दिए. सरकार ने महीने भर के कार्यकाल को एक विज्ञापन के माध्यम से आम लोगों को बताया है.
दी नई टैगलाइन
प्रदेश की मोहन सरकार ने एक महीना पूरा होने के बाद रिपोर्ट कार्ड जारी करते हुए एक नया टैगलाइन भी दिया है. ये टैगलाइन है.‘रामराज्य बनेगा हमारी पहचान, मोदी जी की गारंटी का परिणाम.’ सरकार ने इस टैगलाइन के साथ बता दिया है कि आने वाले साल में उसकी चुनावी तैयारी और मोदी की गारंटी के बारे में बताना, मोदी सरकार की योजना को घर-घर तक पहुंचाना रहेगा.
रिपोर्ट कार्ड में गिनाए फैसले
अपने इस कार्ड में सरकार ने ये उल्लेख किया है कि एक माह के प्रयास से दोगुना विश्वास हुआ है. लाउडस्पीकर-डीजे का अनियंत्रित प्रयोग प्रतिबंधित हुआ, खुले में मांस, मछली की बिक्री पर प्रतिबंध लगा, तेंदूपत्ता संग्राहकों का मानदेय तीन हजार प्रति बोरा से बढ़ाकर 4 हजार 35 लाख किया गया, 35 लाख संग्राहकों को 165 करोड़ का भुगतान हुआ. हुकुमचंद मिल के 4800 श्रमिक परिवारों को 224 करोड़ का बकाया भुगतान हुआ, ग्वालियर से अयोध्या के लिए फ्लाइट की शुरुआत, 1 हजार से अधिक पुलिसकर्मियों को पदोन्नति, श्रीराम वन गमन पथ कार्ययोजना चरणबद्ध तरीके से लागू करने का निर्णय, हर जिले एक कॉलेज का पीएम उत्कृष्टता कॉलेज के रूप में उन्नयन समेत कई महत्वपूर्ण फसलों पर अमल करने की बात की गई है.
रिपोर्ट कार्ड को घर-घर तक पहुंचाएगी बीजेपी
मोहन सरकार के इस रिपोर्ट कार्ड को अब बीजेपी घर-घर तक पहुंचाने की कवायद में भी जुट गई है. बीजेपी अपने इस रिपोर्ट कार्ड में ‘मोदी की गारंटी’ एक माह के अंदर कैसे पूरी की गई, यह कार्यकर्ताओं के माध्यम से आम लोगों को बताएगी. भाजपा नेता रजनीश अग्रवाल की मानें तो हर कार्यकर्ता ने पिछले 1 माह के अंदर बदलाव महसूस किया है और केंद्र की योजनाओं समेत मध्य प्रदेश में कामकाज को एक नई रफ्तार मिली है. यही इस रिपोर्ट कार्ड की कामयाबी है.
वहीं कांग्रेस नेता अब्बास हाफिज ने इस रिपोर्ट कार्ड पर सवाल उठाते हुए कथनी और करनी में अंतर बताया है और कहा है कि बीजेपी ने कई बड़े-बड़े वादे किए थे, लेकिन वादों को पूरा करने की बजाय केंद्र की योजनाओं का बखान किया जा रहा है, जो कभी जमीन पर उतरी ही नहीं.