MP Monsoon: मध्य प्रदेश में तेज बारिश का दौर जारी है. इससे मध्य प्रदेश का पूर्वी हिस्सा सबसे ज्यादा प्रभावित है. बुधवार यानी 16 जुलाई को जबलपुर और ग्वालियर में 9 घंटे के भीतर 1.1 इंच की बारिश हुई. इसके साथ ही दतिया, दमोह, छतरपुर, रीवा, सीधी और बालाघाट में तेज बारिश दर्ज की गई. भारी बारिश की वजह से प्रदेश के 54 डैम ओवरफ्लो हो गए हैं.
तीन दिन ऐसा ही रहेगा मौसम
तेज बारिश के चलते मध्य प्रदेश के सभी जलाशय पूरी तरह भर गए हैं. अब तक 18 इंच से ज्यादा बारिश हुई है. इसके साथ ही मौसम का सिस्टम स्ट्रांग होने के कारण मध्य प्रदेश के पूर्वी हिस्से में ज्यादा बारिश देखने को मिल रही है. मंडला, बालाघाट, शहडोल और रीवा ऐसे जिले हैं जहां पर बाढ़ जैसे हालात देखने को मिल रहे हैं. मौसम वैज्ञानिकों को कहना है कि मध्य प्रदेश में करीब तीन दिनों तक इसी तरह बारिश का दौर देखने को मिलेगा. वहीं भोपाल और इंदौर में हल्की बूंदाबांदी दौर जारी रहेगा.
एमपी के 54 बांधों का जलस्तर बढ़ा
मध्य प्रदेश के 54 बांधों में पानी ओवरफ्लो हो गया है, क्योंकि बीते 15 दिनों से मध्य प्रदेश के पूर्वी हिस्सों के जिलों में बारिश तेजी से हो रही है. हालांकि कई बांधों के गेट भी खोले जा चुके हैं. शहडोल के बाणसागर डैम के 8 गेट, बैतूल में स्थित सतपुड़ा डैम के 5 गेट खोले गए. निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है ताकि किसी भी तरह की अनहोनी से बचा जा सके.
12 जिलों में भारी बारिश का यलो अलर्ट
मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश के 12 जिलों में भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है. इनमें ग्वालियर, शिवपुरी, मुरैना, टीकमगढ़, छतरपुर, रीवा, सतना, मैहर, मऊगंज, अशोकनगर, श्योपुर और भिंड शामिल हैं. पिछले 24 घंटे की बात करें तो सबसे ज्यादा सीधी में 3.1 इंच बारिश रिकॉर्ड की गई.
