MP Narcotics Wing: मध्य प्रदेश पुलिस की नारकोटिक्स विंग भी ड्रग पेडलर्स सहित नशे के कारोबार में लिप्त लोगों तक पहुंचने के लिए अपना मजबूत प्लान बना रही है. इसके तहत पिछले 15 दिनों ने अवैध नशीले पदार्थ के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान के तहत प्रदेश भर में पुलिस ने 22 करोड़ से ज्यादा के अवैध नशीले पदार्थ जब्त कर कार्रवाई की है. इसके साथ 522 अरोपियों को भी पकड़ा गया है.
12 जून से 23 जून तक 449 मामले दर्ज
पकड़े गए नशीले पदार्थ में स्मैक, अफीम, गांजा, गांजा पौधा, अफीम पौधा, चरस, डोडा चूरा और केमिकल ड्रग्स शामिल है. DGP कैलाश मकवाना नशे पर अंकुश लगाने के लिए नारकोटिक्स विंग के ADJ केपी व्यंकटेशवर राव के साथ मिलकर कार्रवाई की है. इसके चलते एक नंबर जारी किया गया. इस नंबर को जारी करने के बाद सूचनाएं आनी शुरू हो गई. इसके चलते ही 12 जून से लेकर 23 जून तक पुलिस ने नशीले पदार्थो से जुड़े 449 मामले दर्ज किए हैं. प्रदेश के लगभग हर जिले में प्रकरण दर्ज हुए हैं.
दूसरे राज्यों से आया नशे का सामान
मध्य प्रदेश में नारकोटिक्स बैंक के अधिकारियों का कहना है कि दूसरे राज्यों से अधिक मध्य प्रदेश में नशे का सामान सप्लाई हो रहा है. खासतौर पर बॉर्डर के एरिया में चेकिंग की जा रही है. ड्रग पेडलर और नशे का कारोबार करने वाले लोगों पर नजर रखी जा रही है. साथ ही स्थानीय पुलिस की भी मदद ली गई है. वहीं पुराने अपराधियों की भी कुंडली खगली जा रही है. उनके कामकाज पर निगरानी रखने के लिए सर्विलेंस का सहारा भी पुलिस ने लिया है.
जानिए इन जिलों में कितने मामले दर्ज हुए
पिछले 15 दिनों से चलाए जा रहे विशेष अभियान में जिलों की पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई की है. इंदौर नगरीय पुलिस ने चारों जोन में मिलाकर 125 प्रकरण दर्ज किए हैं. इसमें सबसे ज्यादा प्रकरण इंदौर जोन 4 में 54 प्रकरण दर्ज किए गए. वहीं इंदौर जोन वन ने 42 प्रकरण दर्ज हुए. वहीं ग्वालियर की बात करें तो यहां 25 मामले दर्ज हुए. इसी तरह सीधी में 22, सतना में 21, उज्जैन में 21, गुना में 20 और भोपाल में नशा तस्करी के 2 मामले दर्ज हुए. वहीं जबलपुर, सागर, दमोह, आगर, उमरिया, निवाड़ी, रायसेन जिले में एक भी नशा तस्करी का मामला दर्ज नहीं हुआ.
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