MP News: उमरिया के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में दस हाथियों की मौत ने पूरे देश और प्रदेश को हिलाकर रख दिया है. उमरिया जिले में मौजूद बांधवगढ़ नेशनल पार्क के खितौली और पटौर कोर रेंज के सलखनिया बीट में 3 दिन में 10 हाथियों ने दम तोड़ दिया.
आखिर मौत के पहले हाथियों ने क्या खाया था? आपको जानना ज़रूरी है कि आखिर हाथियों की मौत के पीछे कहीं कोई और वजह तो नहीं. वन विभाग की लापरवाही तो नहीं इसलिए विस्तार न्यूज़ की टीम बांधवगढ़ के घने जंगल में पहुंचा.
विस्तार न्यूज़ सबसे पहले उस जगह पर पहुंचा जहां 10 हाथियों ने दम तोड़ा था. हाथियों ने यहां पर दम तोड़ा 29 अक्टूबर को चार हाथियों ने 30 अक्टूबर को चार हाथियों ने और दीपावली के दिन 31 अक्टूबर को दो हाथियों ने यहां दम तोड़ा था. जिन-जिन जगहों पर हाथियों ने दम तोड़ा उन्हें लगभग तीन दिन बाद वहां उसी स्थान पर JCB की मदद से खुदाई करने के बाद दफनाया.
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कोदो-कुटकी के खेत जलते मिले
इसके बाद विस्तार न्यूज़ उस कोदो-कुटकी के खेत में पहुंचे. जिस खेत को प्रशासन कह रहा है कि इसी खेत के कोदो-कुटकी को खाने के बाद हाथियों को इन्फेक्शन हुआ और उनकी मौत हुई है यहाँ पर अभी भी खोदो कुटकी की फसल जलती हुई नजर आयी.
राज्य वन मंत्री ने घटनास्थल का दौरा किया
राज्य वन मंत्री दिलीप अहिरवार यहां पहुंचे थे. घटनास्थल का दौरा किया और जायजा किया. विस्तार न्यूज़ से राज्य वन मंत्री बोले कि सीएम के निर्देशानुसार यहां आए हैं.
जिस कोदो-कुटकी के खेत से इन्फेक्शन फैलने की बात कही जा रही है उसका मुआयना दिलीप अहिरवार कर रहे थे. उस खेत के मालिक और गांव वाले मंत्री से मिलने पहुंचे थे. खेत के मालिक इन्फेक्शन के कारण को निराधार बता रहे थे.