MP News: साइबर क्राइम इन दिनों इस कदर बढ़ गया है कि जरा सी चूक होते ही साइबर अपराधी आपका बैंक अकाउंट साफ कर देते हैं. देश भर के लोगों को ठगने वाले 20 साइबर अपराधियों को गुजरात की अहमदाबाद पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिस को इन आरोपियों का इंदौर कनेक्शन भी निकलने की उम्मीद है. इन आरोपियों से पूछताछ करने इंदौर क्राइम ब्रांच की एक टीम अहमदाबाद भेजने की योजना बनाई जा रही है. साइबर अपराधियों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले मोबाइल नंबर और बैंक अकाउंट की जानकारी हासिल होने के बाद पुलिस को पता चलेगा कि इन आरोपियों ने इंदौर के कितने लोगों के साथ ठगी की है.
हर महीने मिल रही एक हजार शिकायतें
मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में हर दिन साइबर ठगी की लगभग 30 से 35 शिकायतें क्राइम ब्रांच के पास आती है. महीने भर में औसतन एक हजार शिकायतें साइबर ठगी की आ रही हैं. लोगों के साथ साइबर ठगी करने वाले एक बड़े गिरोह को गुजरात की अहमदाबाद पुलिस ने पकड़ा है. इस गिरोह के 20 में से 16 अपराधी गुजरात के रहने वाले हैं, जबकि चार अन्य राज्यों के रहने वाले हैं. ऐसे में इंदौर क्राइम ब्रांच को उम्मीद है कि यहां पर जिन लोगों के साथ साइबर क्राइम हो रहा है, उनमें इन आरोपियों का भी हाथ हो सकता है.
इन आरोपियों से पूछताछ करने के लिए इंदौर क्राइम ब्रांच की एक टीम अहमदाबाद जाएगी. इसके अलावा इंदौर क्राइम ब्रांच अहमदाबाद पुलिस से इन आरोपियों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले मोबाइल नंबर और बैंक अकाउंट की डिटेल भी हासिल करने वाली है. जिसकी जांच करने के बाद इस बात का खुलासा हो सकेगा कि इन आरोपियों ने इंदौर में किस-किस व्यक्ति से और कितनी ठगी की है.
चीन और ताइवान से जुड़े तार
अहमदाबाद में पकड़े गए गिरोह के तार चीन और ताइवान से जुड़े हुए पाए गए हैं. ये आरोपी कुछ रुपये अपने पास रखकर बाकी रुपये अपने आकाओं को चीन और ताइवान ट्रांसफर कर देते थे. ये आरोपी मुख्य तौर पर डिजिटल हाउस अरेस्ट, ऑनलाइन बैटिंग और शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट के नाम पर लोगों से ठगी कर रहे थे. साइबर एक्सपर्ट मानते हैं कि इस तरह के आरोपियों से बचने के लिए सावधानी ही सुरक्षा है. साइबर क्राइम को लेकर लोगों को जागरूक हो पड़ेगा. साइबर अपराधियों के निशाने पर हाईली एजुकेटेड लोग ही है, जिन्हें वह लगातार अपना शिकार बना रहे है.
इंदौर में हर महीने लोगों से साइबर अपराधी करोड़ रूपों की ठगी कर रहे हैं. पुलिस और अन्य एजेंसी लोगों को लगातार साइबर क्राइम के संबंध में जागरूक करने का प्रयास कर रही हैं. सिर्फ एक फोन कॉल के माध्यम से साइबर अपराधी लोगों का बैंक अकाउंट साफ कर दे रहे हैं.