MP News: मध्य प्रदेश के बांधवगढ़ में 11 हाथियों की मौत के बाद केंद्र और राज्य सरकार हरकत में आ गई है. इस मामले में केंद्र सरकार के वन एवं पर्यावरण महानिदेशक (DG) जितेंद्र कुमार ने बांधवगढ़ का दौरा किया और मामले की पड़ताल की. हाथियों की मौत के संबंध में विभिन्न फॉरेंसिक संस्थाओं से आई जांच रिपोर्ट के संबंध में पूछताछ की और अधिकारियों से इस संबंध में जानकारी ली.
उन्होंने मैदानी अधिकारियों को वाइल्ड लाइफ मैनेजमेंट को कड़ाई से नियमों के पालन करने की बात कही. उन्होंने 25 साल के वाइल्ड लाइफ मैनेजमेंट का रोडमैप को देखा. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की नाराजगी के बाद बांधवगढ़ में स्टाफ बदलने की तैयारी की जा रही है. हाथियों की मौत पर सोशल मीडिया पर कई कमेंट सामने आए हैं. इसमें से छतरपुर के वन्य जीव एक्सपर्ट अनिल लिखते हैं कि इस मामले की सही से छानबीन होनी चाहिए और आरोपियों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए.
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वन अधिकारियों ने एलीफेंट प्रोजेक्ट के लिए राशि मांगी
वन विभाग के अधिकारियों ने महानिदेशक (DG) जितेंद्र कुमार को प्रदेश में वन्यजीव प्रबंधन की कार्ययोजना बताई. अधिकारियों ने बताया कि पार्कों के अलावा सामान्य वन मंडलों में भी वाइल्ड लाइफ मैनेजमेंट प्लान तैयार किया गया है, जिससे बाघ सहित अन्य वन्य जीव और इंसानों में संघर्ष की स्थिति ना बन सके. डीजी जितेंद्र कुमार ने भी बाघों और हाथियों की मौत पर चिंता जताई है. इस दौरान एलीफेंट प्रोजेक्ट के लिए अलग से राशि मांगी गई है.
अधिकारियों को मिले निगरानी के आदेश
मध्य प्रदेश में हाथियों की मौत के बाद वन विभाग हरकत में भी आ गया. वन मुख्यालय की तरफ से आदेश जारी किया गया है कि ऑपरेशन वाइल्ड ट्रैप अभियान की शुरुआत की जाए. 1 दिसंबर से 31 जनवरी तक विशेष अभियान चलाया जाएगा. इसमें संवेदनशील और शिकार वाले जगह पर 15 डॉग स्क्वायड की टीम में गश्त करेगी. इसके अलावा वन विभाग के बड़े अधिकारी भी फील्ड पर उतरेंगे.