MP News: इंदौर में 7 सूत्रीय मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने कलेक्टर कार्यालय के बाहर धारण प्रदर्शन किया है. इसमें शामिल होने के लिए 500 से अधिक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पहुंची है. इनका कहना है कि वे सभी पहले से ही पोषण एप पर काम कर रही है, लेकिन अब उन पर संपर्क एप पर भी काम करने का भी दबाव बनाया जा रहा है.
ये भी पढ़ें: परिवहन क्षेत्र में CM मोहन यादव का बड़ा फैसला, शिकायतों पर होगी सख्त कार्रवाई, बंद होंगे चेक पोस्ट
कार्यकर्ताओं ने यह भी कहा की दोनों ही ऐप पर एक जैसा ही काम करना है, फिर भी दोनों ऐप पर काम करने को मजबूर किया जा रहा है. कई आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ऐसी है, जिन्हें सही से ऐप पर काम करना नहीं आता. ऐसे में दो दो ऐप पर काम करना उनके लिए संभव नहीं होगा. इनकी मांग है कि वो पोषण एप पर काम करती आई है, इस पर ही काम करना उन्हें आता है. इसके अलावा उन्होंने मांग की है कि संपर्क एप पर काम नहीं करने पर मानदेय या वेतन नहीं काटा जाए, कोई अन्य कार्रवाई या अधिकारियों द्वारा अभद्रता नहीं की जाए. आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के तमाम रिक्त पद भरे जाए.
पदोन्नति में आयु का बंधन हटने की मांग
कार्यकर्ता पद पर सहायिकाओं की पदोन्नति में आयु का बंधन हटाया जाए. आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सुपरवाइजर पद अनुभव एवं योग्यता के आधार पर पदोन्नति दी जाए, उम्र का बंधन हटाया जाए. 11 जून 2023 को जारी 5 लाख का स्वास्थ्य एवं दुर्घटना बीमा का आदेश लागू किया जाए. आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को रिटायरमेंट पर मिलने वाली राशि का लाभ आकस्मिक, बीमारी या दुर्घटना में मिलना चाहिए. बीमारी के दौरान लिए गए अवकाश का मानदेय नहीं काटा जाए. नई शिक्षा नीति के तहत प्री प्राइमरी स्कूलों में की जा रही भर्ती में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्राथमिकता दी जाए.