MP News: बाबा महाकाल की सवारी पूरे देश और दुनिया में मशहूर है. सावन और भाद्रपद के महीने में बाबा महाकाल की सवारी निकाली जाती है. खंडवा के मांधाता में स्थित हैं ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग. बाबा ओंकारेश्वर को निमाड़ का राजा कहा जाता है. निमाड़ भ्रमण के लिए बाबा ओंकारेश्वर आज निकले. अब 15 दिन बाद मालवा और निमाड़ में जनता का हाल जानने के बाद लौटेंगे.
बाबा की 15 दिनों की प्रतीकात्मक यात्रा
हर साल बाबा ओंकारेश्वर जनता का हाल-चाल जानने के लिए भ्रमण पर निकलते हैं. मालवा-निमाड़ में 15 दिनों तक जनता के बीच रहते हैं. 15 दिनों के बाद अपने स्थान पर बाबा वापस लौटते हैं. प्रतीकात्मक रूप से प्रजा का हाल-चाल लेने निकलते हैं.
भैरव अष्टमी पर लौटेंगे
आज सुबह भगवान ओंकारेश्वर की मंगला आरती की गई. बाबा का विशेष शृंगार किया गया. तरह-तरह के पकवानों का भोग लगाया है. ढ़ोल-नगाड़े और घंटियां बजाकर मुख्य पुजारी ने मंदिर में भगवान की अगवानी की. ये हर साल की तरह की विशेष रूप से मंदिर को सजाया गया.
15 दिनों तक नहीं शयन आरती
बाबा ओंकारेश्वर 15 दिनों तक मालवा भ्रमण के दौरान अपनी प्रजा का हाल-चाल जानेंगे. इस दौरान मंदिर में शयन आरती नहीं होगी. ओंकारेश्वर मंदिर में की जाने वाली शयन आरती विश्व प्रसिद्ध है. जब तक बाबा मालवा-निमाड़ भ्रमण पर रहेंगे ना तो शयन आरती होगी और ना ही चांदी का झूला सजेगा.