MP News: बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के तीनों कोर जोन के गेट सैलानियों के लिए खुल गए है जिसकी शुरुआत बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर गौरव चौधरी ने विधिवत पूजा पाठ कर एवं जिप्सी को हरी झंडी दिखाकर की. बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के कोर जोन के गेट खुलने के बाद पर्यटकों मे खासा उत्साह दिखाई दिया. पर्यटन सत्र शुरू होते पहुंचने लगे. सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर सेलिब्रिटी सुनील पाटिल ( डॉली चाय वाला) भी बांधवगढ़ पहुंचे. यहां उन्होंने विस्तार न्यूज से खास बातचीत की.
सुनील पाटिल बोले- बाघ देखने के लिए मैं रात भर सो नहीं पाया
इन्फ्लुएंसर सेलिब्रिटी सुनील पाटिल ( डॉली चाय वाला) ने विस्तार न्यूज से खास बातचीत करते हुए कहा कि मैं बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व आने के लिए बहुत उत्साहित था. इतना ही नहीं टाइगर को देखने की उत्सुकता में मैं रात भर सो नहीं पाया. आज तो हमें बाघ देखने को नहीं मिला लेकिन कल भी हम कोशिश करेगें कि बाघ दिख जाए. इसके साथ ही उन्होंने बांधवगढ़ की तारीफ करते हुए कहा कि ‘आपका बांधवगढ़ बहुत अच्छा है.’
बाघों का दीदार कर सकेंगे पर्यटक
बांधवगढ़ टाइगर रिज़र्व के तीन कोर जोन में जिप्सियो का प्रवेश दिया गया बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के गेट बीते तीन महीने से बंद थे. जिसके बाद मंगलवार से पर्यटक बाघों का दीदार कर सकेंगे. मंगलवार को टाइगर सफारी के लिए पर्यटकों में खासा उत्साह देखने को मिला. इस दौरान महाराष्ट्र के मशहूर चाय वाले डॉली भी बांधवगढ़ के वन्य जीव के दर्शन करने के लिए बांधवगढ़ पहुचे है और बांधवगढ़ के ताला जोन में सफारी की है. सफारी शुरू होने से पहले बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के कोर जोन के मेन गेट को दुल्हन की तरह फूल मालाओं से सजाया गया.
30 जून को बंद हुए थे गेट
फील्ड डायरेक्टर गौरव चौधरी ने फीता काट कर सैलानियों की जिप्सियों को हरी झंडी दिखाई. इस तरह तीनों गेटों से सफारी शुरू हो गई है. दरअसल, बांधवगढ़ टाइगर रिज़र्व के तीनों कोर जोन के गेट तीस जून से बंद हो गए थे, अब तीन महीने बाद एक अक्टूबर को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के कोर जोन के गेट सैलानियों के लिए खोल दिए गए हैं.
टाइगर स्टेट का दर्जा प्राप्त बांधवगढ टाइगर रिजर्व, देशी और विदेशी सैलानियों को जमकर लुभाता है. इसके अलावा बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के कोर जोन में अलग अलग प्रजाति के वन्य प्राणी और प्राकृतिक सुंदरता के बीच खुले में बेखौफ विचरण कर रहे बाघ, भालू, जंगली भैंस, नील गाय, बारहसिंगा, चीतल, हिरण, जंगली सुअर व अनेकों प्रकार के पक्षी, मोर आदि प्रमुख आकर्षण के केंद्र होते है.