MP Nursing College Scam: मध्य प्रदेश में नर्सिंग कालेजों की जांच के मामले में सीबीआई के अधिकारी ने बड़ा खुलासा किया है. सीबीआई की पूछताछ में इंस्पेक्टर राहुल राज ने अहम जानकारी अधिकारियों को दी है. कोर्ट में पेशी के दौरान सीबीआई ने राहुल राज के बयानों को पेश कर दिया है. राहुल ने बताया कि वह अकेले रिश्वतखोरी में शामिल नहीं था. कई अफसरों के दबाव में उसे कालेजों को क्लीनचिट देनी पड़ी. उसने कई अधिकारियों के नाम भी पूछताछ में उगले हैं. हालांकि कोर्ट में पेश करने के बाद 4 आरोपियों को जेल भेज दिया गया है.
सीबीआई अबतक 13 आरोपियों को नर्सिंग कालेज की जांच में घूसखोरी के मामले में गिरफ्तार कर चुकी है. जबकि 10 और आरोपियों की गिरफ्तारी होना बाकी है. सीबीआई के अधिकारियों का कहना है कि उनकी गिरफ्तारी के लिए टीम लगी हुई है. जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी. हालांकि सीबीआई को अबतक मनी ट्रेल का लिंक नहीं मिला है. जिसकी तलाश में 3 दिन की और रिमांड में लेकर इंस्पेक्शन राहुल राज से पूछताछ की गई थी. इधर, सूत्रों का कहना है कि सभी आरोपियों की गिरफ्तारी होने के बाद सीबीआई और मध्य प्रदेश के कई अफसरों के गठजोड़ का भी खुलासा हो जाएगा. वहीं राज्य सरकार ने नर्सिंग कालेज की जांच में घोटाला करने वाले अफसरों के खिलाफ भी कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है. पिछले दिनों राजस्व विभाग ने 17 राजस्व के अधिकारियों को नोटिस भेजकर जवाब मांगा है. साथ ही हाईकोर्ट की निगरानी में कमेटी जांच भी कर रही है. जिसमें पूर्व जज, पूर्व आईएएस जुलानिया और अमरकंटक विश्वविद्यालय के कुलपति को भी जांच कमेटी में शामिल किया गया है.
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इन आरोपियों को भेजा जेल
CBI इंस्पेक्टर सुशील कुमार मजोका,अनिल भास्करन, तनवीर खान, राधारमण शर्मा,सचिन जैन, वेद प्रकाश शर्मा, प्रीति तिलकवार, सुमा अनिल भास्करन, जल्पना अधिकारी को जेल भेजा गया है. सभी आरोपियों को 29 मई को पेश किया गया था. सीबीआई की स्पेशल कोर्ट के जज अरविंद कुमार शर्मा ने चारों आरोपियों को तीन और सीबीआई की टीम को पूछताछ के लिए सौंप दिया है. इधर, विपक्ष भी सरकार के एक मंत्री के खिलाफ जांच कराने की मांग कर रही है.
ऐसे हुआ सीबीआई में रिश्वतखोरी का खुलासा
सीबीआई के अधिकारियों ने नर्सिंग कालेजों की जांच की. इसके बाद उन्हें अनफिट बताया और बाद में फिट बताया. सवाल उठे कि आखिर अनफिट से फिट कैसे हो गए. बाद में इस मामले में सीबीआई दिल्ली को अनफिट से फिट मामले में टिप मिली. बताया गया सीबीआई के अधिकारी बड़े पैमाने पर घूस ले रहे. इसके बाद जांच में शामिल अफसरों के फोन टैप किए गए. इसमें खुलासा हुआ कि बड़े पैमाने पर लेनदेन चल रहा है. फिर सीडीआर के अलावा आईपीडीआर को भी खंगाला गया. राहुल राज से कोड वर्ड को क्रेक करने के बाद दबिश दी गई. सीबीआई के अधिकारी और कालेजों के मालिक के साथ दलाल को भी गिरफ्तार किय.