MP News: कांग्रेस नेता मनोज शुक्ला आज दिव्यांग व्यक्ति उमाशंकर नन्हेंटे को गोदी में बैठाकर नगर निगम कमिश्नर के पास उनके कार्यालय पहुंचे. उमाशंकर नन्हेंटे वार्ड 58 के गौतम नगर इलाके में पिछले 15 सालों से फास्टफूड की गुमठी लगाते हैं और अनुसूचित जाति वर्ग से आते हैं. दिव्यांग व्यक्ति उमाशंकर नन्हेंटे की गुमठी नगर निगम के अतिक्रमण अधिकारी शैलेन्द्र सिंह भदौरिया ने द्वेषपूर्ण भावना से न सिर्फ हटाया बल्कि गुमठी सहित आजीविका का पूरा सामान जब्त कर लिया.
अतिक्रमण अधिकारी पर प्रताड़ित करने का आरोप
उनका इतने से भी मन नहीं भरा तो पीड़ित पर मामला दर्ज कराकर गोविंदपुरा थाने में उसे बंद करा दिया, थाने से जमानत भी नहीं होने दी, मजबूरन गरीब परिजनों ने अदालत से उनकी जमानत कराई. शुक्ला ने इस पूरे मामले की जानकारी नगर निगम कमिश्नर को देते हुए बताया कि अतिक्रमण अधिकारी ने स्थानीय विधायक के दवाब में एक गरीब अनुसूचित जाति के व्यक्ति के साथ यह अन्याय किया.
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सरकार दिव्यांगजनों और अनुसूचित जाति की हमदर्द बनती है लेकिन राजधानी में सरकार की नाक के नीचे ही ऐसा अन्याय हो रहा है. अदालत ने भी पीड़ित को जमानत देते हुए स्वयं कहा कि पीड़ित की जमानत थाने से हो सकती है, कोर्ट आने की जरूरत नहीं थी. शुक्ला ने बताया कि 15 सालों से इसी स्थान पर गुमठी लगाकर अपने परिवार का भरण-पोषण करने वाले उमाशंकर नन्हेंटे विकलांग हैं, और गुमाश्ता लायसेंस उनकी पत्नी के नाम है. अतिक्रमण अधिकारी ने उनके उपर अनर्गल आरोप लगाते हुए उनके पूरे परिवार को प्रताड़ित किया है. उन्होंने कमिश्नर से मांग की कि अतिक्रमण अधिकारी पर कार्रवाई की जाए और पीड़ित उमाशंकर नन्हेटे को न्याय देते हुए उनका सामान वापस कराकर उन्हें दोबारा से अपनी दुकान संचालित करने में नगर निगम सहयोग करे.