MP News: मंडल रेल प्रबंधक देवाशीष त्रिपाठी ने भोपाल रेलवे स्टेशन का अचानक निरीक्षण किया. इस निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य सुरक्षा संबंधित कार्यों की प्रगति का जायजा लेना था. मंडल रेल प्रबंधक ने भोपाल यार्ड के निरीक्षण के दौरान संरक्षित एवं सुरक्षित ट्रेन संचालन हेतु रेलवे ट्रैक, पॉइंट & क्रासिंग, सिग्नलिंग सिस्टम और सुरक्षा उपायों की स्थिति का जायजा लिया. उन्होंने कहा कि सुरक्षित और सुगम रेल यात्रा सुनिश्चित करने के लिए ट्रैक और सिग्नलिंग की नियमित जांच आवश्यक है.
निरीक्षण के उपरांत, मंडल रेल प्रबंधक ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी कार्य सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए किए जाएं. इसके उपरांत, कोचिंग डिपो पहुंचकर उन्होंने डिपो के अंदर कोचों के अनुरक्षण कार्यों का निरीक्षण किया. उन्होंने डिपो में कार्यरत रेल कर्मियों से मुलाकात कर उनके द्वारा किए जा रहे रखरखाव कार्यों की सराहना की. निरीक्षण के दौरान मंडल रेल प्रबंधक ने भोपाल रेलवे स्टेशन पर उपलब्ध यात्री सुविधाओं, खानपान यूनिटों, यात्री प्रतीक्षालयों, प्लेटफॉर्मों एवं सर्कुलेटिंग एरिया का सघन निरीक्षण किया. उन्होंने प्लेटफार्म पर स्थित स्टालों में एक स्टाल पर बिलिंग मशीन खराब एवं दूसरे स्टाल पर बिलिंग मशीन नहीं पाए जाने पर अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए संबंधित लाइसेंसी पर जुर्माना लगाने का आदेश दिया. उन्होंने कहा कि यात्री सुविधाओं में सुधार और कर्मचारियों की भलाई के लिए रेलवे प्रतिबद्ध है.
लोको पायलट और गार्ड से की बातचीत
मंडल रेल प्रबंधक ने एकीकृत ड्राइवर एवं गार्ड क्रू लॉबी का निरीक्षण किया, जिसमें लोको पायलट, सहायक लोको पायलट, ट्रेन परिचालन से जुड़े रेलकर्मियों, ट्रेन मैनेजर एवं संरक्षा से संबंधित रेलकर्मियों से सीधा संवाद किया. उन्होंने संरक्षा रजिस्टर एवं यार्ड ले-आउट्स का गहनता से जांच की और लॉबी में संरक्षा संबंधी कार्य प्रणाली के विषय पर विशेष चर्चा कर जानकारी ली. उन्होंने कर्मचारियों के लिए उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लिया तथा ट्रेन संचालन से जुड़े कार्यों, सुरक्षा एवं संरक्षा नियमों के बारे में पूछताछ की.
रूट रिले इंटरलॉकिंग का निरीक्षण किया
आगे बढ़ते हुए उन्होंने आरआरआई (रूट रिले इंटरलॉकिंग) का निरीक्षण किया जो कि रेलवे में एक सिग्नलिंग प्रणाली है जो जटिल ट्रैक लेआउट पर सुरक्षित ट्रेन संचालन सुनिश्चित करती है. आरआरआई का निरीक्षण करते हुए उन्होंने सिग्नल और पॉइंट्स की कार्यक्षमता, रिले सिस्टम, नियंत्रण पैनल, रखरखाव रिकॉर्ड, सुरक्षा प्रोटोकॉल, संचार प्रणाली और बैकअप सिस्टम की जांच की ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि ट्रेन संचालन सुचारू और सुरक्षित हो. इस निरीक्षण का उद्देश्य परिचालन विश्वसनीयता बनाए रखना और सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित करना है.