MP News: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में को वन्य प्राणी बोर्ड की बैठक हुई है. बैठक में विलुप्त हो चुके और विलुप्त होने की कगार पर आए वन्य प्राणियों के संरक्षण के लिए योजना बनाकर काम करने के निर्देश दिए गए. अधिकारियों से कहा गया है कि वे किंग कोबरा, सोन चिरैया के संरक्षण के लिए योजना बनाएं.साथ ही मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि वनों से शहरी क्षेत्र में आने वाले वन्य जीवों को पकड़ने के लिए हर जिले में रेस्क्यू दल गठित किया जाए.
प्रदेश के हर जिले में रेस्क्यू दल के पास सभी संसाधन होना चाहिए.
अभी अगर किसी रहवासी क्षेत्र में बाघ, तेंदुआ या अन्य कोई वन्य प्राणी आ जाता है, तो रेस्क्यू की दिक्कत हो जाती है.वन्य प्राणी बोर्ड की बैठक में रातापानी अभयारण्य को टाइगर रिजर्व बनाए जाने के मुद्दे पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अधिकारियों को फटकार भी लगाई है.उन्होंने कहा कि रातापानी को टाइगर रिजर्व बनाए जाने में इतनी देरी नहीं होना चाहिए। इसके लिए जो भी जरूरी प्रक्रियाएं हैं, उन्हें जल्द से जल्द पूरा किया जाए.
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रातापानी अभयारण्य के विकास कार्यों को प्राथमिकता से करें पूरा : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव
वन क्षेत्र में फैली पुरासम्पदा को संरक्षित करने की योजना बनायें
मध्यप्रदेश राज्य वन्य बोर्ड की 27वीं बैठक में विभिन्न प्रस्तावों का किया गया अनुमोदन
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— Department of Forest, MP (@minforestmp) September 27, 2024
गौरतलब है कि रातापानी को टाइगर रिजर्व बनाए जाने के लिए साल 2008 से प्रक्रिया चल रही है.केंद्र सरकार की सैद्धांतिक सहमति के बाद भी रातापानी टाइगर रिजर्व नहीं बन पाया है. अब मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव रातापानी को टाइगर रिजर्व बनाए जाने की सहमति दे चुके हैं. इसके बाद भी नोटीफिकेशन जारी नहीं हो पा रहा है. इसके चलते मुख्यमंत्री ने नाराजगी जताई है. रातापानी अभयारण्य में इस समय 65 से ज्यादा बाघ हैं.इसके कोर और बफर एरिया में आने वाले ज्यादातर गांवों से भी वन विभाग सहमति ले चुका है.
माधव नेशनल पार्क पर भी बनी सहमति
माधव नेशनल पार्क को भी टाइगर रिजर्व बनाया जाना है.इसको लेकर भी वन्य प्राणी बोर्ड की बैठक में चर्चा हुई.अभी माधव नेशनल पार्क के बफर जोन और कोर एरिया को तय किए जाने पर सहमति बनी है। अगली बैठक में माधव नेशनल पार्क को टाइगर रिजर्व बनाए जाने की चर्चा होगी.दरअसल माधव नेशनल पार्क में भी बाघों की संख्या बढाए जाने के उपाय किए जा रहे हैं। इसके साथ ही इसे टाइगर रिजर्व बनाए जाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है.