भोपाल: राजीव गाँधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, भोपाल में चल रहे आर्थिक भ्रष्टाचार के विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् भोपाल महानगर द्वारा किये गए आन्दोलन के फलस्वरूप गठित जांच समिति द्वारा की गई जांच के प्रारंभिक रिपोर्ट में विश्वविद्यालय में व्यापक स्तर पर भ्रष्टाचार एवं आर्थिक अनियमितता उजागर हुई है.
उक्त जांच रिपोर्ट के संदर्भ में अ.भा.वि.प की मांग के चलते उक्त प्रकरण में दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा गाँधी नगर पुलिस थाने में प्रथम सूचना रिपोर्ट क्रमांक 0057/2024 दिनांक 03/03/2024 को गंभीर धाराओं में दर्ज कराई गयी. परन्तु पुलिस प्रशासन द्वारा एक भी प्रमुख आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होना यह केवल आश्चर्यजनक ही नहीं, अपितु पुलिस की व्यवस्था पर भी प्रश्न खड़े करता है. इसमें कही न कही पुलिस प्रशासन का ढीला-ढाला रवैया शंका उत्पन्न करता है. उक्त मामले को संज्ञान में लेकर दोषियों के विरुद्ध उचित कार्यवाही करने हेतु अपराधियों को तत्काल गिरफ्तार किया जाए. इसलिए आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने काले कपड़े पहनकर कमिश्नर ऑफिस का घेराव किया और तत्काल गिरफ्तारी की मांग की.
यह है पूरा मामला
राजधानी के राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (आरजीपीवी) में बीते दिनों चल रहे आर्थिक भ्रष्टाचार के विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (अभाविप) भोपल महानगर ने प्रदर्शन किया था, जिसके बाद आरोपियों की पोल खुली. कुलपति डॉ सुनील कुमार सहित 5 लोगों के विरुध्द एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया और बाकी आरोपियों को पर कार्रवाई नहीं की. कुछ आरोपी प्रदेश से बाहर भाग गए तो, कुछ देश छोड़ विदेश भाग निकले। लेकिन अभाविप का कहना है कि पुलिस सख्त कार्रवाई करें और दोषियों पर सजा मिले, अगर इस प्रकार से पुलिस प्रशासन सुस्त रवैये से काम करेगा तो अभाविप उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगी. प्राथमिकी दर्ज होते हुए भी पुलिस प्रशासन द्वारा एक भी प्रमुख आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.