भोपाल: मध्य प्रदेश के ग्रेड-1 शिक्षक भर्ती परीक्षा में चयनित शिक्षकों ने मंगलवार को भाजपा कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन करके अपनी नियुक्ति और पदों में वृद्धि की मांग की. राज्यभर से आए सैकड़ों अभ्यर्थियों ने राजधानी भोपाल के भाजपा कार्यालय के सामने एकत्र होकर अपनी समस्याओं को आवगमन कराया, कहते हुए कि प्रदेश में 35,000 से अधिक शिक्षकों के पद खाली होने के बावजूद उच्च योग्यता वाले उम्मीदवारों को नियुक्ति नहीं मिल रही है.
राजधानी में भाजपा कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन में शामिल शिक्षकों ने बताया कि मप्र कर्मचारी चयन मंडल द्वारा आयोजित शिक्षक चयन परीक्षा वर्ग-1 की परीक्षा में पास होने के बावजूद उन्हें बेरोजगारी का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने निजी स्कूलों में मानसिक दृष्टि से शोषण का सामना करने की आलोचना भी की.
📍 भाजपा कार्यालय, भोपाल
शिक्षक चयन परीक्षा वर्ग 1 के अभ्यर्थी पद वृद्धि की मांग को लेकर भोपाल मे बीजेपी दफ्तर के बाहर धरने पर बैठे।
35000 शिक्षकों के पद खाली हैं,दो परीक्षाएँ पास करके योग्य उम्मीदवार भी उपलब्ध हैं,फिर ये पद क्यों नहीं भरे जा रहे हैं❓️#IncreaseVarg1Post2023… pic.twitter.com/PO817rq18H
— National Educated Youth Union (@NEYU4INDIA) March 12, 2024
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सीएम मोहन यादव को दिग्विजय सिंह ने लिखा पत्र
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री मोहन यादव को पत्र लिखकर समाधान की मांग की. दिग्विजय सिंह ने पत्र में लिखा कि 2018 के बाद यानी पांच साल के लंबे इंतजार के बाद 2023 में तकरीनब 8 हजार पदों के लिए परीक्षा ली गई थी, लेकिन इस परीक्षा में शामिल होने वाले 15 हजार से अधिक अभ्यर्थी अब भी नौकरी के लिए परेशान हैं. जबकि, प्रदेश में 35 हजार से ज्यादा शिक्षकों के पद खाली पड़े हैं. इस समस्या का समाधान करने के लिए, सफल उम्मीदवारों को नियुक्ति देने का सुझाव दिया.